Dhanteras

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    मुंबई:  पिछले दो वर्षों में घोर मंदी की मार झेलने वाले सर्राफा व्यापारियों के चेहरे पर दिवाली (Diwali) की बिक्री को लेकर उनकी चिरपरिचित मुस्कान मंगलवार को धनतेरस (Dhanteras) के दिन वापस आ गई, जब इस शुभ दिन पर आर्थिक राजधानी सहित देश भर के सर्राफा व्यापारियों ने सोना-चांदी के जेवरातों (Gold and Silver Jewelery), सिक्कों (Coins), बार, बर्तन और अन्य उत्पादों का बेहद अच्छा व्यापार किया। 

    व्यापार महांसघ ‘कैट’ की ज्वैलरी विंग आल इंडिया ज्वैलर्स एवं गोल्ड स्मिथ फेडरेशन (एआईजीजेएफ), आल इंडिया जेम्स एंड ज्वैलरी डोमेस्टिक काउंसिल (जीजेसी) और इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (आईबीजीए) का अनुमान है कि धनतेरस पर देश भर में 15 टन से अधिक सोने के आभूषणों की भारी बिक्री हुई, साथ ही चांदी की बर्तनों और सिक्कों की भी जोरदार बिक्री हुई। इस तरह धनतेरस पर देश भर में लगभग 10,000 करोड़ रुपए का व्यापार हुआ। मुंबई में ही 11,00 करोड़ रुपए का व्यापार होने का अनुमान है। हालांकि अंतिम आंकड़े तो बुधवार को ही आएंगे।

    देर रात तक जारी रही खरीद : गाडगिल

    आईबीजीए के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सौरभ गाडगिल ने कहा कि धनतेरस के दिन सुबह से ही मुंबई, ठाणे, पुणे, नाशिक, नागपुर सहित महाराष्ट्र और देश भर के सर्राफा बाजारों में ग्राहकों का तांता लगना शुरू हो गया, जो देर रात जारी रहा। इस बार धनतेरस पर रिकार्ड बिक्री हुई है। हमारा अनुमान है कि देश भर में 9,000 से 10,000 करोड़ रुपए का व्यापार हुआ है। रिकार्ड बिक्री की वजह कोरोना महामारी का खतरा दूर होने के बाद लोगों में आया उत्साह, अर्थव्यवस्था में तेजी और शादी-ब्याह और निवेश के लिए खरीद है। इस बार एक नया ट्रेंड यह भी दिखा कि 80% ज्वैलरी बिकी और 20% बुलियन। जबकि हर बार करीब 70% ज्वैलरी और 30% बुलियन बिकते हैं।

    उम्मीद के अनुरूप हर जगह जोरदार बिक्री : पेठे

    जीजेसी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशीष पेठे ने कहा कि जैसी कि उम्मीद थी कि बहुत अच्छा कारोबार होगा और उम्मीद के अनुरूप ही मुंबई सिटी और उपनगरों और अन्य शहरों में हर जगह जोरदार बिक्री हुई। प्री-कोविड स्तर से करीब 15% अधिक बिक्री होने का अनुमान है। ग्राहकों में जबरदस्त उत्साह देखा गया। कामकाजी दिन होने के कारण देर रात तक दुकानों पर ग्राहकों का आना-जाना लगा रहा। मुंबई में सरकार ने भी 12 बजे तक दुकानों खोलने की अनुमति दी थी। कोरोना संकट के कारण 19 माह बाद बाजारों में अच्छी रौनक देखी गयी। हमें दिवाली के बाद भी वैवाहिक ग्राहकी जारी रहने की उम्मीद है।

    गहनों के साथ सिक्के, मूर्तियां और बर्तन भी खूब बिके : अरोड़ा

    एआईजीजेएफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज अरोड़ा ने कहा कि इस वर्ष देश भर में सर्राफा व्यापारियों ने सोने-चांदी के आभूषणों एवं अन्य सामानों की उपलब्धता की व्यापक तैयारी कर रखी थी और आशा के अनुरूप गहनों के साथ ही सोने-चांदी के सिक्कों, नोट, मूर्तियों और बर्तनों की भारी बिक्री देखी गयी। इससे देश भर के सर्राफा कारोबारी उत्साहित हैं।

    दिवाली बाद भी जारी रहेगी बिक्री : ठक्कर

    ‘कैट’ के मुंबई अध्यक्ष शंकर ठक्कर ने कहा कि कोराना काल के 19 माह बाद देश के ज्वैलरी बाजारों में पहली बार अच्छी रौनक देखी गयी है। अच्छी बात यह है कि खरीददार खुद के उपयोग के लिए ज्वैलरी और अन्य उत्पादों के साथ निवेश के लिए बुलियन की ओर आकर्षित हैं। क्योंकि कोरोना ने दो साल से देश भर में शादियों के आयोजन को प्रभावित किया था। अब हालात सामान्य होने की ओर हैं तो दिवाली बाद शादी से सम्बंधित गोल्ड ज्वैलरी, चांदी के सामान और अन्य वस्तुओं की बिक्री भी बड़ी मात्रा में बढ़ने की सम्भावना है।