लॉक डाउन के दौरान बैंकों ने दिया ग्राहकों को राहत, लिया बड़ा निर्णय

मुंबई:कोरोना वायरस के प्रसारको रोकने के लिए लगाए लॉक डाउन के वजह से लोगों पर आर्थिक संकट बढ़ने लगा हैं. जिसको देखते हुए बैंको ने अपने कर्ज लिए ग्राहकों को बड़ी राहत देते हुए

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मुंबई: कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लगाए लॉक डाउन के वजह से  लोगों  पर आर्थिक संकट बढ़ने लगा हैं. जिसको देखते हुए बैंको ने अपने कर्ज लिए ग्राहकों को बड़ी राहत देते हुए महत्वपूर्ण निर्णय लिया हैं. बैंको ने अगले तीन महीने तक अपने क़िस्त को आगे बढ़ा दिया हैं, यानि ग्राहकों को अगले तीन महीने तक कर्ज की क़िस्त देने की जरुरत नहीं होगी। इस निर्णय में देश के सभी बड़े बैंक शामिल हैं. 

बतादें कि बैंको ने यह निर्णय  रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया के उस आग्रह के बाद लिया हैं जिसमे सभी बैंकों से अगले तीन महीने तक कर्जदाताओं से क़िस्त नहीं लेने का आवेदन किया था 
 
कर्जदाताओं को राहत देने की यह जानकारी बैंको ने ट्विट कर के दी. जिसमे बैंक ऑफ़ इंडिया, यूनियन बैंक, ओरिएंटल बैंक, एसबीआई,  इंडियन ओवरसीज बैंक तथा आईडीबीआई बैंक आदि बैंक शामिल हैं. 
 
स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया ने दी राहत 
एसबीआई ने ट्वीट करते हुए कहा, "  कोविड-19 को देखते हुए आरबीआई के रेग्युलेटर पैकेज को देखते हुए बैंक ने 1 मार्च, 2020 से लेकर 31 मई, 2020 तक भुगतान वाली ईएमआई को तीन महीने के लिए टालने निर्णय लिया हैं। इस के साथ 1 मार्च, 2020 से लेकर 31 मई, 2020 तक भुगतान वाले वर्किंग कैपिटल फैसिलिटीज पर ब्याज को 30 जून, 2020 तक नहीं लेने का फैसला किया गया है।’

 

पंजाब नेशनल बैंक 
पीएनबी ने ग्राहकों को सुविधा देते हुए कहा, " कोरोना वायरस को देखते हुए पंजाब नेशनल बैंक ने ग्राहकों से एक मार्च से लेकर 31 मई 2020 तक के लोन पर ईएमआई और क्रेडिट पर ब्याज नहीं लेने का निर्णय लिया हैं."



कैनरा बैंक 
कनारा बैंक देते हुए कहा, " आरबीआई के निर्देश को मानते हुए अगले तीन महीने कर्ज की क़िस्त को तीन महीने तक नहीं लेने का निर्णय लिया हैं."
 
यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया 
कोरोना वायरस के मद्दे नजर हम ग्राहकों को राहत देते हुए 3 महीने के लिए 01/03/20 से 31/05/20 के बीच दि जाने वाली अपनी किश्तों / ब्याज को स्थगित करने निर्णय लिया हैं.