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मुंबई: हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) की रिपोर्ट आने के बाद से गौतम अडानी (Gautam Adani) की अगुआई वाली अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों (Share) में गिरावट शुरू हो गई है। गौतम अडानी की अगुआई वाली कंपनियों के शेयरों में पिछले एक महीने से लगातार गिरावट जारी है। एक तरफ गौतम अडानी ने इस साल की सबसे बड़ी संपत्ति हानि का रिकॉर्ड (Record) दर्ज किया, वहीं दूसरी ओर अडानी की कंपनियों के तीन शेयरों ने पिछले 24 जनवरी के बाद से अब तक की सबसे बड़ी बाजार गिरावट का रिकॉर्ड तोड़ा। इन शेयरों में अडानी टोटल गैस (Adani Total Gas), अदानी ग्रीन एनर्जी और अदानी ट्रांसमिशन शामिल हैं। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) ने भी इन शेयरों पर सबसे खराब प्रदर्शन किया।

मार्केट कैप आधे से ज्यादा गिरे 

अडानी के शेयरों में गिरावट की बात करें तो 23 जनवरी को हिंडनबर्ग ने अडानी समूह के बारे में 88 सवाल उठाते हुए एक नेगेटिव रिपोर्ट पब्लिश (Negative Report publish) की। इसने समूह पर लोन से लेकर शेयरों में हेराफेरी तक कई गंभीर आरोप लगाए। नाथन एंडरसन के कंपनी की रिपोर्ट में जैसा बताया था आज वैसे ही अडानी के शेयर्स के भाव हो गए और 24 जनवरी से ही अडानी के शेयर्स में से निवेशकों (Investors) ने अडानी समूह से बाहर निकलना शुरू कर दिया और यह आज भी जारी है। अडानी समूह का मार्केट कैप (Market cap) आधे से ज्यादा गिर गया है क्योंकि पिछले एक महीने में शेयरों में गिरावट देखी गई है। भारतीय बाजार में अडानी की 10 लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप 24 जनवरी 2023 के करीब 19.20 लाख करोड़ रुपए से गिरकर 22 फरवरी 2022 को 7.58 लाख करोड़ रुपए हो गया है। यानी एक महीने के अंदर 11.62 लाख करोड़ रुपए की कमी आई थी।

‘अडानी’ ने शेयर किया निराश

जबकि हिंडनबर्ग रिपोर्ट जारी होने के बाद से गौतम अडानी की सभी कंपनियां गिर गई हैं, तीन शेयरों ने इस अवधि में गिरावट के सभी समय के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। इसने उन्हें बीएसई पर सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले टॉप तीन शेयरों (Top 3 Shares) में रखा है।