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मुंबई: टाटा समूह की एयरलाइन एयर इंडिया को एसबीआई और बैंक ऑफ बड़ौदा से 14 हजार करोड़ रुपये का कर्ज मिला है। दोनों बैंकों के लोन में 12,500 करोड़ रुपये के रिफाइनेंस लोन शामिल हैं। वहीं, कोरोना के समय इमरजेंसी क्रेडिट लाइन गारंटी स्कीम (ECLGS) के तहत 1500 करोड़ रुपये का कर्ज मिला है।

470 विमानों का ऑर्डर दिया

रिपोर्ट्स के मुताबिक, एयर इंडिया ने यह कर्ज घरेलू और विदेशी बाजारों में विस्तार के लिए लिया है। विस्तार योजना के तहत एयर इंडिया नए विमान हासिल करेगी। यह लीज पर विमान भी लेगा। कंपनी ने बोइंग और एयरबस को 470 विमानों का ऑर्डर भी दिया है। एयर इंडिया ने एसबीआई के छह महीने के एमसीएलआर से 0.50% अधिक कर्ज लिया है। एयर इंडिया द्वारा लिए गए लोन का उपयोग न केवल व्यापार विस्तार के लिए किया जाएगा बल्कि सेवानिवृत्ति योजना (VRS) के तहत भी उपयोग किया जाएगा। इसके लिए 200 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च किए जाएंगे। सेवानिवृत्ति योजना स्थायी अधिकारियों के लिए है, जिनकी आयु 40 वर्ष या उससे अधिक है और जिन्होंने कम से कम पांच वर्षों तक एयर इंडिया में सेवा की है।

कर्ज जल्दी लौटने का वादा

पिछले साल जनवरी 2022 में, टाटा समूह ने एयर इंडिया, एयर इंडिया एक्सप्रेस और ग्राउंड हैंडलिंग सेवा AI SATS का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया। सरकार को 2700 करोड़ रुपये नकद और 15300 करोड़ रुपये का कर्ज चुकाने के बाद टाटा ने एयर इंडिया को अपने समूह में शामिल कर लिया। वर्ष 2021 में एयर इंडिया पर 45037 करोड़ रुपए का कर्ज था। पिछले वर्ष 2022 में यह आंकड़ा घटकर 15317 करोड़ रह गया है।