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दिल्ली: मुंबई एयरपोर्ट से फिलहाल पैसेंजर ट्रैफिक पूरी क्षमता से चल रहा है। इस वजह से बढ़ती एयर कनेक्टिविटी और यात्रियों की संख्या को देखते हुए अब सबकी निगाहें नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर चली गई हैं। अडानी एयरपोर्ट होल्डिंग्स लिमिटेड के सीईओ अरुण बंसल ने बताया कि नवी मुंबई एयरपोर्ट की वार्षिक क्षमता 9 करोड़ यात्रियों और घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों तरह के 2.5 मिलियन मीट्रिक टन कार्गो को संभालने की होगी।

अडानी समूह 7 हवाई अड्डों का करता है प्रबंधन 

अडानी समूह भारत में सबसे बड़ा निजी हवाईअड्डा संचालक है। अडानी समूह मुंबई में छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे सहित 7 हवाई अड्डों का प्रबंधन करता है। और नवी मुंबई एयरपोर्ट का निर्माण अडानी ग्रुप द्वारा किया जा रहा है। अगले 20 वर्षों में हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या में औसतन 8.5% की वृद्धि होगी। बंसल के मुताबिक 2024 तक यात्रियों की संख्या 1 अरब तक पहुंच जाएगी। समूह भविष्य में और अधिक हवाई अड्डों के लिए बोली लगाएगा। साथ ही शहरों के आसपास के विकास पर भी ध्यान दिया गया है। बंसल ने कहा कि भारत में हर यात्री से औसतन तीन नागरिक मिलने या छोड़ने आते हैं। नवी मुंबई हवाईअड्डे का पहला चरण अगले साल दिसंबर तक पूरा हो जाएगा। शेष चरणों को यात्रियों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए अगले 15 वर्षों में चरणबद्ध तरीके से विकसित किया जाएगा।

यात्रियों की संख्या 1 बिलियन तक पहुंच जाएगी

नवी मुंबई हवाई अड्डे के पहले चरण में 2 करोड़ यात्रियों की वार्षिक हैंडलिंग क्षमता और 0.8 मिलियन टन कार्गो है। बंसल ने कहा कि हवाईअड्डे के विकास से मुंबई भविष्य में एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय केंद्र बनेगा और इससे विकास को गति मिलेगी। अब यात्री उड्डयन लगभग प्री-कोविड स्थिति में पहुंच गया है। नए हवाई अड्डों के संचालन में आने और 30 से अधिक शहरों के दोहरे केंद्र बनने से 2024 तक हवाई यात्रियों की संख्या 1 बिलियन तक पहुंच जाएगी। बंसल ने कहा कि फिलहाल यह संख्या 20 करोड़ है।