Air india
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    दिल्ली: टाटा संस (Tata Sons) की एयर इंडिया (Air India) ने 500 विमान (Plane) खरीदने के ऑर्डर को अंतिम रूप दे दिया है। इस ऑर्डर में 430 नैरोबॉडी (Narrowbody) और 70 वाइडबॉडी (Widebody) एयरक्राफ्ट (Aircraft) शामिल हैं। उन्हें अगले सात से आठ वर्षों में वितरित किया जाएगा। एक रिपोर्ट के मुताबिक यह ऑर्डर एयर इंडिया के लिए है। लेकिन यह कम लागत वाली एयर एशिया (Air Asia) और एयर इंडिया एक्सप्रेस के लिए भी होगा। रिपोर्टों के मुताबिक, यूरोपीय निर्माता एयरबस (Airbus) को ऑर्डर का बड़ा हिस्सा मिला है। एयरबस 240 ए320 नियो और 40 ए350 विमानों का ऑर्डर पूरा करेगी। जबकि बोइंग 190 737 मैक्स, 20 787 और 10 777x विमानों की आपूर्ति करेगी। अगले हफ्ते इसकी औपचारिक घोषणा होने की उम्मीद है। इसकी वैल्यू करीब 150 अरब डॉलर है। लेकिन इतनी बड़ी डील में आमतौर पर डील नॉर्मल ही होती है।

    एयर इंडिया का मुकाबला इंडिगो से होगा

    रिपोर्ट में कहा गया है कि एक बैठक में एयरबस के साथ सौदे को अंतिम रूप दिया गया। बोइंग के साथ समझौते पर मुंबई में टाटा संस के मुख्यालय बॉम्बे हाउस में हस्ताक्षर किए गए थे। इसके अलावा एयरलाइन ने 2 इंजन निर्माताओं के साथ करार किया है। भारतीय बाजार में एयरबस का दबदबा है। भारत का इंडिगो एयरबस ए320 (Airbus A320) का दुनिया का सबसे बड़ा ग्राहक है। भारत में विमानों के लिए इतना बड़ा ऑर्डर देना बोइंग के लिए तख्तापलट होगा। बोइंग (Boing) और एयरबस के साथ एयर इंडिया के सौदे को ‘सभी विमानन सौदों की जननी’ कहा जा रहा है।एयर इंडिया एक विमान के साथ 4-5 घंटे की शॉर्ट-हॉल सेवाएं प्रदान करने में सक्षम होगी। इससे एयर इंडिया घरेलू बाजार में फिलहाल 50% से ज्यादा हिस्सेदारी रखने वाली इंडिगो को टक्कर दे सकेगी।

    इस साल लगभग 50 विमान जोड़ने की संभावना

    वाइज बॉडी विमान टाटा को उत्तरी अमेरिका, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया में विस्तार करने में मदद करेगा। एयर इंडिया इस साल लगभग 50 विमान जोड़ने की संभावना है, जिससे इसकी क्षमता लगभग 50% बढ़ जाएगी। पिछले साल की शुरुआत में एयर इंडिया का अधिग्रहण करने के बाद से, टाटा समूह अपने बेड़े में सुधार के लिए विमान निर्माताओं के साथ बातचीत कर रहा है। हाल ही में एयर इंडिया के सीईओ कैंपबेल विल्सन ने कहा था कि एयर इंडिया अगले 5 साल में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों रूटों पर अपनी बाजार हिस्सेदारी 30% तक बढ़ाना चाहती है। टाटा ने 2022 में एयर इंडिया का अधिग्रहण किया। एयर इंडिया का 27 जनवरी, 2022 से निजीकरण किया जाएगा। इसके बाद टाटा देश की दूसरी सबसे बड़ी एयरलाइन बन गई। एयर इंडिया के ट्रांसफर से पहले टाटा संस के चेयरमैन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। भारत का विमानन बाजार वर्तमान में दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा बाजार है। अगले 10 वर्षों में इसके दोगुना होने की उम्मीद है।