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    दिल्ली: गौतम अडानी (Gautam Adani) और अडानी ग्रुप (Adani Group) की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अडानी ग्रुप शेयर बाजार में मार्केट कैप के लिहाज से देश का सबसे बड़ा औद्योगिक घराना बन गया, जबकि सिर्फ दो साल में ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी भारत समेत एशिया के सबसे अमीर शख्स बन गए। अडानी के शेयरों में उछाल आ रहा था और दुनिया भर के कई अरबपतियों ने बहती गंगा में हाथ धोए। लेकिन 24 जनवरी को अमेरिकी शॉर्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) की एक रिपोर्ट ने पूरी तस्वीर बदल दी और अडानी के साम्राज्य को हिलाकर रख दिया। पिछले सात दिनों में समूह के शेयरों में लगभग 60 प्रतिशत की गिरावट आई है, अडानी समूह की मार्केट कैप में भी 100 अरब डॉलर से अधिक की गिरावट आई है। इस बीच ध्यान दें कि अडानी समूह के पास दुनिया के दो सबसे अमीर परिवारों सहित कई विदेशी कंपनियों का भी निवेश है। अच्छी बात यह है कि वे इस संकट के समय अडानी ग्रुप के साथ खड़े हैं, लेकिन जैसे-जैसे अडानी का संकट बढ़ेगा, इसका असर वैश्विक निवेशकों पर भी पड़ेगा। अडानी समूह में दुनिया के कई अमीरों ने निवेश किया है, लेकिन अब उनका निवेश जोखिम में है।

    निवेशकों में मलेशिया का सबसे अमीर आदमी और दुनिया के दो सबसे अमीर परिवार शामिल

    रिपोर्ट के अनुसार अडानी समूह के निवेशकों में मलेशिया (Malesia) का सबसे अमीर आदमी, एक शिपिंग टाइकून और दुनिया के दो सबसे अमीर परिवार शामिल हैं। डेटा सेंटर सर्विसिंग, पैकेज्ड फूड से लेकर पोर्ट मैनेजमेंट तक, इन लोगों ने अडानी ग्रुप के साथ पार्टनरशिप की है। और इन्हीं पार्टनरशिप के बल पर अदानी ग्रुप ने हाल के दिनों में कई क्षेत्रों में अपने कारोबार का विस्तार किया है। मलेशिया के सबसे अमीर आदमी रॉबर्ट कुओक अडानी के सबसे पुराने साझेदारों में से एक हैं और उनकी कंपनी विल्मर इंटरनेशनल के पास अडानी विल्मर का आधा हिस्सा है। फॉर्च्यून ब्रांड के तहत तेल, चीनी और अन्य उत्पाद बनाने वाली कंपनी का बाजार मूल्य 6.7 अरब डॉलर है। इस कंपनी में विल्मर फूड विशेषज्ञता मुहैया कराते हैं जबकि अदानी ग्रुप लॉजिस्टिक्स वाले हिस्से को संभालता है। लेकिन हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद, इस सप्ताह विल्मर ने जोर देकर कहा कि अडानी समूह का समर्थन करना जारी रखेगा।

    अदानी समूह में कौन निवेश करता है?

    रिटेल दिग्गज वॉलमार्ट (Wallmart) का भी अडानी समूह की कंपनियों में निवेश है। वॉलमार्ट के मालिक वाल्टन परिवार हैं, जो दुनिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति हैं। वॉलमार्ट ने कुछ साल पहले भारतीय ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट (Flipcart) को खरीद लिया था। बाद में 2021 में, फ्लिपकार्ट ने अपनी बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए अडानी लॉजिस्टिक्स के साथ करार किया। अडानी ग्रुप मुंबई में एक डेटा सेंटर बना रहा है और इसका एक हिस्सा फ्लिपकार्ट को लीज पर देने की योजना है। अदाणी समूह ने कहा था कि इस साझेदारी से 2500 लोगों को रोजगार मिलेगा। साथ ही वर्जीनिया स्थित डेटा सेंटर सेवा कंपनी, EdgeConneX ने भारत में 1 गीगावाट डेटा सेंटर क्षमता का निर्माण करने के लिए अडानी समूह के साथ एक संयुक्त उद्यम बनाया। इस बीच, इसमें निवेश की जाने वाली राशि का खुलासा नहीं किया गया है। 

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     इजरायल के दूसरे सबसे बड़े बंदरगाह हाइफा को खरीदा

    इसी तरह, दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी कंटेनर शिपिंग कंपनी CMA CGM ने 2017 में अडानी ग्रुप के साथ 15 साल के लिए मुंद्रा बंदरगाह पर एक टर्मिनल संचालित करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। सीएमए सीजीएम में बहुमत हिस्सेदारी फ्रांस के रोडोलफे साडे और उनके परिवार के पास है। अडानी ने हाल ही में इजरायल के दूसरे सबसे बड़े बंदरगाह हाइफा को खरीदा ही था, जब हिडेनबर्ग की रिपोर्ट आई। इसमें इजरायल का गैडोट ग्रुप उसका पार्टनर है। इसी तरह अबू धाबी की इंटरनेशनल होल्डिंग कंपनी ने अडानी ग्रुप की कंपनियों में दो अरब डॉलर का निवेश किया है। आईएचसी (IHC) में बहुमत हिस्सेदारी रॉयल ग्रुप के पास है, जिसके मालिक यूएई के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और दुनिया के सबसे अमीर परिवार के हिस्से शेख तहनून (Sheikh Tahnoon) हैं।