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मुंबई: पिछले साल OpenAI ने Apollo ChatGpt नाम से एक चैटबॉट लॉन्च किया था। इसी तरह कई और कंपनियों ने भी अपना एआई लॉन्च किया है। कुछ कंपनियां अभी भी इस पर काम कर रही हैं। लेकिन आज के समय में AI सिस्टम का इस्तेमाल सभी क्षेत्रों में काफी हद तक बढ़ गया है। एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉडल से नौकरियों पर खतरा मंडराने लगा है। जहां हर कोई इस बात को लेकर चिंतित है कि क्या एआई से नौकरियों पर असर पड़ेगा, वहीं एक बड़ी खबर सामने आई है। तो आइए जानें क्या है ये खबर और इसका जॉब पर क्या असर पड़ेगा….

अब इंसानों की जगह AI को जॉब देने की तैयारी कर रही है IBM 

यहां तक ​​कि आईबीएम जैसी बड़ी कंपनी यानी इंटरनेशनल बिजनेस मशीन्स भी अब इंसानों की जगह एआई को जॉब देने की तैयारी कर रही है। आईबीएम कंपनी आने वाले समय में 7,800 नौकरियां एआई से बदल सकती है। इसका मतलब यह है कि एआई से नौकरियों पर असर पड़ने की संभावना अब वास्तविक होती जा रही है। आईबीएम के सीईओ अरविंद कृष्णा ने कहा कि आईबीएम को उम्मीद है कि आने वाले वर्षों में लगभग 7,800 नौकरियों को एआई द्वारा प्रतिस्थापित किया जा सकता है।” ब्लूमबर्ग न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में अरविंद कृष्णा ने इस बात का खुलासा किया। उन्होंने कहा कि आईबीएम में बैक ऑफिस के काम में भर्ती धीमी हो गई है। साथ ही कुछ विभागों में भर्ती रोक दी गई है। AI ChatGpt चैटबॉट इस समय काफी चर्चा में है। आजकल ChatGpt एक बहुत ही लोकप्रिय माध्यम है। इसका मतलब यह है कि आप उससे जो कुछ भी पूछेंगे, वह आपके पास मौजूद जानकारी से आपको जवाब देगा। OpenAI ने हाल ही में ChatGpt-4 लॉन्च किया है। जिसके बारे में पिछले चैटबॉट्स से ज्यादा एडवांस होने का दावा किया जा रहा है।

कई कंपनियों ने कर्मचारियों की कटौती की

वर्तमान में, कई प्रमुख टेक कंपनियां वैश्विक आर्थिक मंदी का कारण बताते हुए कंपनी की लागत में कटौती करने के लिए अपने कर्मचारियों की छंटनी कर रही हैं। यह कमी अभी भी काफी हद तक जारी है। इसमें Google, Microsoft, ShareChat, Amazon, Meta जैसी कई कंपनियां शामिल हैं। आईबीएम ने भी 3900 कर्मचारियों की कटौती की है।