नई दिल्ली: निर्यातकों ने कहा है कि तालिबान(Taliban) के काबुल (Kabul) पर कब्जा करने के साथ इस अनिश्चित समय में अफगानिस्तान (Afghanistan)और भारत (India) के बीच द्विपक्षीय व्यापार पर काफी असर पड़ेगा।
फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशन (फियो) के महानिदेशक अजय सहाय ने कहा कि घरेलू निर्यातकों को अफगानिस्तान में राजनीतिक घटनाक्रम को देखते हुए, विशेष रूप से भुगतान को लेकर सावधानी बरतनी चाहिए, जिसके लिए उनके द्वारा पर्याप्त ऋण बीमा का लाभ उठाया जा सकता है।
उन्होंने सोमवार को कहा, “व्यापार प्रभावित होगा। अफगानिस्तान में बढ़ती अनिश्चितता के कारण इसमें कमी आएगी।” फियो के पूर्व अध्यक्ष और देश के प्रमुख निर्यातक एस के सराफ ने भी कहा कि द्विपक्षीय व्यापार में काफी कमी आएगी।
With #Kabul falling into the hands of the #Taliban, bilateral trade between #Afghanistan and India will get impacted significantly in these uncertain times, exporters say.@FieoHq #KabulHasFallen #TalibanTakeoverhttps://t.co/iMhhxuWHlI
— moneycontrol (@moneycontrolcom) August 16, 2021
सराफ ने कहा, “हो सकता है कि हम सब कुछ न खोएं क्योंकि उन्हें हमारे उत्पादों की जरूरत है।” फियो के उपाध्यक्ष खालिद खान ने भी इसी तरह के विचार साझा करते हुए कहा कि व्यापार कुछ समय पूरी तरह से ठप हो सकता है क्योंकि अफगानिस्तान में स्थिति नियंत्रण से बाहर है। अनिश्चितता में कमी होने पर ही व्यापार बहाल होगा।
जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय (जेएनयू) में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर बिस्वजीत धर ने कहा कि अफगानिस्तान को भारत की मदद से वहां घरेलू उत्पादों के बाजार का निर्माण हो रहा था लेकिन मौजूदा स्थिति से “यह सब रुक जाएगा।”(एजेंसीcorcor)