File Photo
File Photo

Loading

दिल्ली: वित्त मंत्रालय देश में प्रोजेक्ट टाइगर की स्थापना के 50 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में 50 रुपये का सिक्का जारी करेगा। वित्त मंत्रालय ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है। सिक्का क्वार्टर मेटल और 44 एमएम राउंड का होगा। एक मिश्र धातु में 50% चांदी, 40% तांबा, 5 % निकल और 5% जस्ता होगा। दांतेदार किनारों की संख्या 200 होगी। सिक्के का वजन 35 ग्राम होगा। इस पर ‘सत्यमेव जयते’ लिखा होगा। इसकी बायीं परिधि पर देवनागरी लिपि में ‘भारत’ शब्द होगा और इसके दाहिने परिधि पर अंग्रेजी में ‘इंडिया’ शब्द होगा। सिंह स्तंभ के नीचे एक रुपये का चिह्न और अंतरराष्ट्रीय अंकों में मूल्य 50 भी होगा। सिक्के के पिछले हिस्से के बीच में बाघ की तस्वीर होगी। 1973-2023 छवि के सामने वाले सिक्के के दाईं ओर होगा। सिक्के पर हिंदी में ‘प्रोजेक्ट टाइगर 50 साल पूरे’ और अंग्रेजी में ‘प्रोजेक्ट टाइगर के 50 साल’ लिखा होगा।

क्या है प्रोजेक्ट टाइगर 

तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 1 अप्रैल 1973 को देश में प्रोजेक्ट टाइगर लॉन्च किया था। प्रोजेक्ट टाइगर का उद्देश्य लुप्तप्राय प्रजातियों के अधिकारों के साथ-साथ बाघ अभयारण्यों के आसपास रहने वाले जनजातीय लोगों के अधिकारों को सुनिश्चित करना है। प्रोजेक्ट टाइगर केंद्र सरकार की एक योजना है।

भारत में बने 50 टाइगर रिजर्व देश के 18 राज्यों में फैले हुए हैं। टाइगर रिजर्व कोर और बफर रणनीति पर आधारित है। इस हिसाब से देश में 53 टाइगर रिजर्व हैं और बाघों की संख्या 2500 है। चंद्रपुर जिले में देश में सबसे अधिक 203 बाघ हैं।