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    दिल्ली: केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी (Minister Of Petroleum And Natural Gas Hardeep Singh  Puri) एक अच्छी खबर लेकर आए हैं। घरेलू गैस सिलेंडर (LPG Cylinder Price) के दाम घटाने को लेकर उन्होंने लोकसभा में बड़ा बयान दिया है। उन्होंने बयान दिया कि अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार (International Market) में गैस के दाम घटते हैं तो केंद्र सरकार (Central Govt) उपभोक्ताओं को सब्सिडी के जरिए राहत दे सकती है। उन्होंने संकेत दिया कि अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में ईंधन (Fuel) की कीमतें 750 डॉलर प्रति मीट्रिक टन से नीचे आती हैं तो घरेलू गैस की कीमतों में कमी आ सकती है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो केंद्र सरकार घरेलू गैस सिलेंडर (LPG Cylinder) की कीमतें कम कर सकती है, या उन पर सब्सिडी (Subsidy) बढ़ा सकती है। इसलिए आम रसोई का बजट घटने की संभावना है।  पिछले चार वर्षों में घरेलू गैस की कीमतें तेजी से बढ़ी हैं। इससे भी बुरी बात यह है कि केंद्र सरकार ने गैस पर सब्सिडी पूरी तरह से कम कर दी है। ग्राहक के खाते में औसतन 3-4 रुपये की सब्सिडी जमा की जा रही है।

    फिलहाल 200 रुपये की सब्सिडी दी जा रही

    घरेलू गैस सिलेंडर के दाम भी कम करने की मांग की जा रही है। केंद्र सरकार वर्तमान में लगभग 60 प्रतिशत गैस का आयात करती है। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने दावा किया है कि फिलहाल 200 रुपये की सब्सिडी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि यह सब्सिडी करदाताओं का पैसा है। उन्होंने सब्सिडी छोड़ने पर जोर दिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि देश के लोगों को सब्सिडी छोड़ देनी चाहिए। पिछले दो वर्षों में, सऊदी अनुबंध मूल्य में 250 डॉलर प्रति मीट्रिक टन की वृद्धि हुई है। ये दाम 900 डॉलर प्रति मीट्रिक टन हो गए हैं। उन्होंने कहा कि अगर सऊदी अनुबंध की कीमत 750 डॉलर प्रति मीट्रिक टन या उससे कम हो जाती है, तो घरेलू गैस सिलेंडर लाभकारी दरों पर बेचे जा सकते हैं।

    केंद्र सरकार ने लोगों को दी बड़ी राहत

    अंतरराष्ट्रीय बाजार में गैस के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। फिर भी, पुरी ने दावा किया कि केंद्र सरकार भारत में उपभोक्ताओं के प्रति संवेदनशील है। उन्होंने दावा किया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में जब कीमतें बढ़ाई जाती हैं तब भी इसका भारतीय उपभोक्ताओं पर कोई असर नहीं पड़ता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि सऊदी अनुबंध दर में 333 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और इसका भारतीय बाजार पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। कोविड महामारी के दौरान केंद्र सरकार ने गरीब लोगों को बड़ी राहत दी। उन्हें तीन घरेलू गैस सिलेंडर मुफ्त दिए गए। 2014 में देश में 14 करोड़ घरेलू गैस कनेक्शन थे। उन्होंने कहा कि अब देश के 31 करोड़ लोगों के पास गैस कनेक्शन है। उन्होंने कहा कि तेल कंपनियों को 28,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।