दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitaraman) ने लोकसभा में आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट पेश की। आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट 2022-23 में वित्तीय वर्ष 2023-24 में घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर 6 से 6.8% रहने का अनुमान लगाया गया है। अनुमान है कि इस वर्ष में विकास दर 7% रहेगी। वित्त मंत्री कल संसद में आने वाले साल का बजट (Union Budget 2023) पेश करेंगी। चूंकि अगले साल लोकसभा चुनाव (MP Election) होने हैं, इसलिए यह मोदी सरकार (Modi Govt) का आखिरी पूर्ण बजट होगा। भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बन रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक आर्थिक विकास व्यक्तिगत खर्च, कॉर्पोरेट बैलेंस शीट, छोटे व्यवसायों के बीच ऋण वृद्धि और शहरों में लौटने वाले प्रवासी श्रमिकों से आएगा।
कितनी होगी महंगाई?
आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष में महंगाई दर 6.8 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है। यह अनुमान आरबीआई की ऊपरी लक्ष्य सीमा से अधिक है। आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट के मुताबिक 2023-24 में देश की विकास दर 6.5% रहेगी। इस साल विकास दर 7% रहेगी जबकि 2021-22 में विकास दर 8.7% रहेगी।
कर्ज महंगा होगा
कर्जदारों के लिए अच्छी खबर नहीं है। लंबे समय तक कर्ज पर ब्याज अधिक रहने की संभावना है। महंगाई पर काबू पाने के लिए रेपो रेट में बढ़ोतरी की जाएगी। आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार, भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) ने दुनिया के अन्य देशों की तुलना में तेजी से रिकवरी देखी है। घरेलू मांग में बढ़ोतरी, पूंजी निवेश से ग्रोथ को बढ़ावा मिलेगा। सर्वेक्षण में भारत का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी)(GDP) अनुमान, मुद्रास्फीति अनुमान, विदेशी मुद्रा भंडार और व्यापार घाटा शामिल है। आर्थिक सर्वेक्षण पेश होने से पहले राष्ट्रपति द्रौपार्डी मुर्मू ने संसद के दोनों सदनों को संबोधित किया। इसी के साथ बजट सत्र शुरू हो गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के दोनों सत्रों को एक साथ संबोधित करते हुए कहा कि हम आत्मनिर्भर भारत बनाना चाहते हैं। भारत ऐसा होना चाहिए जहां गरीबी न हो। इसका मध्यम वर्ग भी आर्थिक रूप से मजबूत होना चाहिए।