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मुंबई: कोरोना (Corona) के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) पटरी पर लौट आई है और लोगों में खर्च करने की आदत भी बढ़ी है। इससे देश के डिजिटलीकरण को बढ़ावा मिल रहा है और यह देखा जा रहा है कि क्रेडिट कार्ड (Credit Card) के उपयोग में वृद्धि (Record) हुई है। जनवरी (January) के महीने में देखा गया है कि क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल में काफी बढ़ोतरी हुई है। जनवरी के महीने में भारत में क्रेडिट कार्ड के उपयोग में 29.6% की रिकॉर्ड वृद्धि देखी गई है। इस माध्यम से कारोबार 1.87 लाख करोड़ रुपए पहुंच गया है जो एक रिकॉर्ड भी है।

क्रेडिट कार्ड की बकाया राशि में 20% की वृद्धि

यह खुलासा भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के ताजा आंकड़ों से हुआ है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के आंकड़ों के अनुसार, चालू वित्त वर्ष के पहले 10 महीनों में क्रेडिट कार्ड की बकाया राशि (Balance Payment) में 20% से अधिक की वृद्धि हुई है। सबसे ज्यादा ग्रोथ (Growth) जून में 30.7% रही। जनवरी 2023 के अंत तक, विभिन्न बैंकों द्वारा लगभग 8.25 करोड़ क्रेडिट कार्ड जारी किए जा चुके थे। क्रेडिट कार्ड जारी करने के मामले में देश के शीर्ष पांच बैंकों में एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank), एसबीआई कार्ड (SBI Card), आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank), एक्सिस बैंक (Axis Bank) और कोटक बैंक (Kotak Bank) हैं। आरबीआई के आंकड़ों से यह भी पता चला है कि जनवरी 2023 में क्रेडिट कार्ड बकाया में साल-दर-साल वृद्धि 29.6% थी। एक साल पहले जनवरी के महीने में यह ग्रोथ करीब 10% थी।

क्रेडिट कार्ड के माध्यम से अधिक खर्च कर रहे

जनवरी 2022 में बकाया राशि 1,41,254 करोड़ रुपए थी, जो जनवरी 2023 में बढ़कर 1,86,783 करोड़ रुपए हो गई। आरबीआई ने कहा कि कई श्रेणियों के डिजिटलीकरण के कारण उपभोक्ता अपने क्रेडिट कार्ड के माध्यम से अधिक खर्च कर रहे हैं। देखा जा रहा है कि क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर किया जा रहा है खासकर स्वास्थ्य और फिटनेस (Health And Fitness), शिक्षा, पानी और बिजली के बिलों के लिए। क्रेडिट कार्ड के जरिए खर्च पिछले कुछ महीनों में लगातार बढ़ा है। इस साल जनवरी में क्रेडिट कार्ड के जरिए 1.28 लाख करोड़ खर्च किए गए, जो दिसंबर 2022 में 1.26 लाख करोड़ रुपए थे। आरबीआई के आंकड़ों से यह भी पता चलता है कि क्रेडिट कार्ड बकाया में वृद्धि हुई है। जनवरी 2023 में यह वृद्धि 29.6% थी, जो एक साल पहले इसी महीने में लगभग 10% थी। जनवरी 2022 में बकाया राशि 1,41,254 करोड़ रुपए थी, जो जनवरी 2023 में बढ़कर 1,86,783 करोड़ रुपए हो गई।