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    मुंबई: घरेलू शेयर बाजारों में विदेशी निवेशकों की भारी लिवाली और डॉलर सूचकांक में गिरावट से अमेरिकी मुद्रा की तुलना में रुपया मंगलवार को 29 पैसे चढ़कर 81.53 प्रति डॉलर (अस्थायी) पर बंद हुआ। विदेशी मुद्रा कारोबारियों के अनुसार, वैश्विक बाजारों में कच्चे तेल की कीमतों में तेजी ने रुपये में मजबूती को सीमित कर दिया। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 81.66 प्रति डॉलर पर खुला और कारोबार के दौरान 81.36 के उच्चतम स्तर तक गया और 81.66 के निचले स्तर तक आया।   

    अंत में रुपया अपने पिछले बंद भाव के मुकाबले 29 पैसे की मजबूती के साथ 81.53 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। इससे पिछले कारोबारी सत्र में रुपया 81.82 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के विदेशी मुद्रा और सर्राफा विश्लेषक गौरांग सोमैया ने कहा, ‘‘भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा ब्याज दरों में 0.50 प्रतिशत की वृद्धि के बाद रुपया अपने सबसे निचले स्तर से उबर गया। अमेरिका के विनिर्माण आंकड़ों के अनुमान से नीचे रहने के चलते डॉलर भी अपने उच्चस्तर से फिसल गया है।”  

    उन्होंने कहा, ‘‘आर्थिक नीतियों में बदलाव के मद्देनजर निवेशक सतर्क बने हुए हैं जिससे प्रमुख मुद्राओं में अस्थिरता बनी हुई है। डॉलर के मुकाबले रुपया 81.20 से 82.05 के दायरे में कारोबार करता हुआ दिख सकता है।” बीएसई सेंसेक्स 1,276.66 अंक या 2.25 प्रतिशत उछलकर 58,065.47 और एनएसई निफ्टी 386.95 अंक की तेजी के साथ 17,274.30 अंक पर बंद हुआ।   

    इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के समक्ष डॉलर की मजबूती को आंकने वाला डॉलर सूचकांक 0.49 प्रतिशत गिरकर 111.20 पर आ गया। इसके अलावा वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.82 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 89.59 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को 590 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर ख़रीदे। (एजेंसी)