EPFO
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मुंबई: यदि आपके पास पीएफ (PF) खाता है, तो उस पर इंटरेस्ट रेट (Interest Rate) कम होने की संभावना है। पीएफ को लेकर ईपीएफओ (EPFO) के निदेशक मंडल की अहम बैठक 25 से 26 मार्च को हो रही है। इस बैठक में इस वर्ष में पीएफ पर इंटरेस्ट रेट में कटौती को लेकर अहम फैसला होने की उम्मीद है। हैरानी की बात यह है कि पीएफ पर मौजूदा इंटरेस्ट रेट पिछले 43 साल के सबसे निचले स्तर पर है। इस समय ईपीएफओ में साढ़े छह करोड़ से ज्यादा कर्मचारी हैं। सूत्रों के मुताबिक, ईपीएफओ 8.1% की मौजूदा इंटरेस्ट रेट को बरकरार रख सकता है या 8% करने की संभावना है। इक्विटी निवेश (Equity Invest) में अधिक रिटर्न (Return) की संभावना को ध्यान में रखते हुए ऐसा करने की संभावना है। फिलहाल ईपीएफओ बॉन्ड ऑप्शंस (Bond Option) में 85% निवेश करता है। इसमें सरकारी बांड शामिल हैं। बाकी 15% ईटीएफ में इन्वेस्ट किया जाता है। पीएफ की इंटरेस्ट रेट डेट और इक्विटी से होने वाली कमाई के आधार पर तय होती है। पीएफ पर इंटरेस्ट रेट चार दशक के निचले स्तर पर है। ईपीएफओ ने वित्त वर्ष 2021-22 के लिए इंटरेस्ट रेट 8.1% तय की थी। इससे पहले 2020-21 में पीएफ पर इंटरेस्ट रेट 8.5% थी। वित्त वर्ष 2020-21 में पीएफ की इंटरेस्ट रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इससे पहले 2019-20 में इंटरेस्ट रेट एक साल पहले 8.65% से घटाकर 8.5% की गई हैं।

करोड़ों मजदूर वर्ग पर असर

सूत्रों के मुताबिक, पीएफ की इंटरेस्ट रेट घटाकर 8% की जा सकती हैं। अगले साल लोकसभा चुनाव (Loksabha Election) हो रहे हैं। उससे पहले कई राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इससे पीएफ की इंटरेस्ट रेट बड़े अंतर से कम नहीं होंगी। लेकिन पिछले साल की तुलना में इसमें कमी आ सकती है। अगर ऐसा होता है तो प्राइवेट सेक्टर (Private Sector) में काम करने वाले करोड़ों लोगों को नुकसान (Loss) उठाना पड़ेगा।

एक लाख सदस्यों ने हाई पेंशन के लिए आवेदन किया

उच्च पेंशन (High Pention) के लिए जमा किए गए आवेदनों की संख्या लगभग 1 लाख को पार कर गई है। ईपीएफओ ने उन सदस्यों के लिए 27 फरवरी से ऑनलाइन आवेदन जारी किए हैं जो एक सितंबर 2014 से ईपीएफओ के सदस्य थे। अब तक ईपीएफओ के 8897 सदस्यों ने अधिक पेंशन के लिए  ऑप्शन (Option) चुना है। इसके अलावा 4 मार्च तक सेवानिवृत्त सदस्यों के 91,258 ऑनलाइन आवेदन प्राप्त हुए हैं। ये आवेदन उन लोगों के लिए हैं जिन्होंने 1 सितंबर 2014 से पहले सेवानिवृत्ति पेंशन पर विचार नहीं किया है।