Jobs
File Photo

    Loading

    मुंबई: देश में धीरे-धीरे लॉकडाउन हटाए जाने के साथ जून में ज्यादातर क्षेत्रों में नियुक्ति की गतिविधि में सकरात्मक वृद्धि दर्ज की गयी। जॉब पोर्टल साइकी मार्केट नेटवर्क की एक रिपोर्ट के मुताबिक जून में नियुक्ति गतिविधियों में सुधार देखा गया, जो गैर-प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में भी सुधार का संकेतक है। यह आकलन जून में नयी नौकरियों के लिए सूचीबद्धता पर आधारित है।

    रिपोर्ट में कहा गया कि अब तक सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) क्षेत्र नौकरियों के लिहाज से तेज रफ्तार से बढ़ रहा था लेकिन जून में बाकी कई क्षेत्रों में भी नियुक्ति की गतिविधियों में सुधार दिखा। यह रिपोर्ट साइकी मार्केट नेटवर्क के जॉब पोर्टल पर डाली गई नियुक्ति संबंधी आंकड़ों पर आधारित है। इसके अलावा आंकड़े से पता चलता है कि मई की तुलना में जून में बैंकिंग क्षेत्र में नियुक्तियों में 21 प्रतिशत की वृद्धि हुई।

    नियुक्ति के लिहाज से आईटी एवं बीपीओ जैसे महत्वपूर्ण उद्योगों में 18-18 प्रतिशत की वृद्धि देखी गयी जबकि फार्मा क्षेत्र में यह वृद्धि 16.9 प्रतिशत, स्वास्थ्य क्षेत्र में 20 प्रतिशत, बीमा क्षेत्र में 12 प्रतिशत, खुदरा क्षेत्र में पांच प्रतिशत, शिक्षा क्षेत्र में 12.1 प्रतिशत और एफएमसीजी क्षेत्र में 16 प्रतिशत थी। इसके अलावा बिक्री, मानव संसाधन, विपणन आदि क्षेत्रों में भी वृद्धि दर्ज की गयी। हालांकि, दूरसंचार क्षेत्र में इस साल मई की तुलना में जून में नियुक्तियों में आठ प्रतिशत की कमी हुई।

    इसी बीच मुंबई (12 प्रतिशत), पुणे (छह प्रतिशत), दिल्ली (एक प्रतिशत), चेन्नई (12 प्रतिशत), हैदराबाद (12 प्रतिशत) और कोलकाता (20 प्रतिशत) जैसे टियर-1 शहरों में मई की तुलना में जून में नियुक्ति की गतिविधियों में दो अंकीय मजबूत वृद्धि दर्ज की गयी। इन शहरों में पहले कई बार लॉकडाइन लगाए गए थे। हालांकि, बेंगलुरु में नियुक्ति गतिविधियां दो प्रतिशत की घट गईं।  जयपुर और अहमदाबाद जैसे दूसरी श्रेणी के शहरों में भी क्रमशः 30 प्रतिशत और 22 प्रतिशत की महत्वपूर्ण वृद्धि देखी गयी।

    कंपनी के सह संस्थापक करुणजीत कुमार धीर ने कहा, “पिछले महीने नियुक्ति गतिविधियों ने जोर पकड़ा जिससे रोजगार की तलाश में लगे लोगों को कुछ राहत मिली। महामारी की वजह से आयी मंदी से आखिरकार नौकरियों के बाजार को एक सही रफ्तार से उबरते देखकर अच्छा लग रहा है। लॉकडाउन लगने के बाद से यह ज्यादातर क्षेत्रों के लिए एक बुरा दौर था। हमें उम्मीद है कि आने वाले महीनों में यह सुधार और मजबूत होगा।(एजेंसी)