Indian Households Are Increasingly Investing In Equities Reshma Banda

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    मुंबई : बजाज ग्रुप की जीवन बीमा कंपनी बजाज आलियांज लाइफ इंश्योरेंस (Bajaj Allianz Life insurance) की इक्विटी हैड और कार्यकारी उपाध्यक्ष-निवेश रेशमा बंदा का कहना है कि देश के विकास के साथ लॉन्ग टर्म में अन्य एसेट क्लास की तुलना में इक्विटी (Equity) ने हमेशा अच्छा रिटर्न (Return) दिया है और निवेशक (Investors) आगे भी आसानी से 12 से 14% रिटर्न की उम्मीद कर सकते हैं। रेशमा बंदा को इक्विटी रिसर्च और इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट के क्षेत्र में 20 वर्षों का गहन अनुभव है और उनकी सफल निवेश रणनीति की बदौलत बजाज आलियांज लाइफ के लाखों यूलिप बीमाधारकों को बेहतर रिटर्न मिल रहा है। निवेश विशेषज्ञ रेशमा बंदा से वाणिज्य संपादक विष्णु भारद्वाज ने बातचीत की। पेश हैं उसके मुख्य अंश:-

    मौजूदा बाजार परिदृश्य पर आपकी क्या राय है और आपके हिसाब से रिटेल निवेशक को लंबी अवधि में कितने रिटर्न की उम्मीद रखनी चाहिए?

    ऐसा है कि मार्च 2020 में कोविड-19 महामारी का शुरूआती बड़ा झटका झेलने के बाद भारत का इक्विटी बाजार जल्द संभल गया और उसके बाद आई तेज रिकवरी तेजी के नए दौर में तब्दील हो गयी। मौजूदा तेजी के दौर में अब तक मुख्य बेंचमार्क में करीब 120 प्रतिशत की बड़ी तेजी दर्ज हो चुकी है। बाजार के वर्तमान उत्साह में भारत सहित दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों द्वारा अपनाई गई आसान मौद्रिक नीतियों से आई तरलता का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। कमोडिटी की कीमतें बढ़ने से ना केवल कार्पोरेट आय में इजाफा हुआ, बल्कि बाजार को भी मजबूत समर्थन मिला है। हमारा मानना है कि इक्विटी में किया गया निवेश लंबी अवधि में 12 से 14% के बीच वार्षिक प्रतिफल प्रदान करने की क्षमता रखता है और बाजार उभरती प्रौद्योगिकियों एवं नए व्यापार मॉडल अपनाकर विकसित होते हुए निवेश के नये आयाम स्थापित करेगा। हालांकि बाजार की नित नई ऊंचाईयों को देखते हुए अस्थिरता से इंकार नहीं किया जा सकता।

    बजाज आलियांज लाइफ के फंड, खासकर यूलिप कैटेगरी का प्रदर्शन अब तक कैसा रहा है और कंपनी कैसी रणनीति अपना रही है?

    हमारे इक्विटी आधारित यूनिट लिंक्ड प्लान यानी यूलिप फंड (ULIP) लंबे समय में निवेशकों यानी बीमाधारकों को बेंचमार्क से बेहतर रिटर्न दे रहे हैं। विगत 10 वर्षों के दौरान हमने अपने यूलिप धारकों को 15% सीएजीआर (CAGR) की दर से प्रतिफल प्रदान किया है। अब भारतीय इक्विटी बाजार में उतार-चढ़ाव के दौर से गुजरने के साथ डिजिटल/फिनटेक स्पेस जैसी नए जमाने की कई कंपनियां सूचीबद्ध हो रही हैं, जिनकी वजह से बाजार का मूल्यांकन करने के लिए पारंपरिक मापदंडों को संशोधित करने की आवश्यकता है। इसलिए हम अपनी निवेश नीतियों के लिए प्रतिबद्ध रहते हुए नए व्यापार मॉडल का मूल्यांकन करने के लिए नए बाजार अवसर, प्रौद्योगिकी लाभ, विकास रनवे आदि अन्य पहलुओं को भी शामिल कर रहे हैं।

    क्या यूलिप एक सेगमेंट के रूप में लोकप्रिय हो रहा है और आने वाले महीनों में इसका प्रदर्शन कैसा रहने की उम्मीद है?

    भारतीय परिवारों में इक्विटी एक्सपोजर बढ़ने की व्यापक प्रवृत्ति देखी जा रही है और इससे ‘यूलिप’ में भी निवेश तेजी से बढ़ रहा है। पिछले कुछ महीनों में प्रवाह काफी मजबूत रहा है। हम मानते हैं कि यूलिप लंबी अवधि में संपत्ति सृजित करने के लिए पसंदीदा माध्यमों में से एक है, जो काफी कम लागत पर उपलब्ध है और बीमा सुरक्षा (Insurance Coverage) व संपत्ति निर्माण (Wealth Creation) का दोहरा लाभ प्रदान करता है।

    आने वाले महीनों में कंपनी किस तरह की निवेश रणनीति अपनाएगी?

    हमारी दीर्घकालिक निवेश नीति में ज्यादा परिवर्तन नहीं होता है। हम हमेशा निवेश करते समय ऐसी ग्रोइंग कंपनियां का चयन करते हैं, जो अच्छे ट्रैक रिकार्ड और मजबूत बैंलेंस शीट के साथ कार्पोरेट गवर्नेंस को पहली प्राथमिकता देती हैं, जिनके प्रमोटर विजनरी हों और कंपनी की ग्रोथ के साथ अपने सभी शेयरधारकों को रिटर्न प्रदान करने की नीयत रखते हैं।