इन म्यूचुअल फंडों में मिल रहा शानदार रिटर्न, निवेशक हो रहे मालामाल

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    मुंबई: एक आम निवेशक (Retail Investor) के लिए शेयर बाजार (Stock Market) में सीधे निवेश (Invest)  करने में जोखिम (Risk) अधिक होता है, क्योंकि एक तो शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव आना आम बात है। इस उतार-चढ़ाव के कारण ही आम निवेशक गलत निर्णय ले डालता है। दूसरे, शेयर बाजार में सही जगह निवेश कर कमाई (Profit) करना आसान नहीं है। यह बहुत ही कठिन कार्य है। इसके लिए हर आर्थिक पहलु से गहन रिसर्च (Intensive Research) कर अच्छे शेयरों का चयन करना होता है एवं समय पर प्रॉफिट बुक (Book Profit) करना यानी बेचने का फैसला भी लेना होता है और एक आम निवेशक के लिए दोनों ही मुश्किल है। ना तो उसके पास रिसर्च की समझ या समय होता है और ना ही सही समय पर बेचने का निर्णय लेने की क्षमता होती है। ऐसे में आम निवेशक के लिए म्यूचुअल फंडों (Mutual Funds) के जरिए निवेश करना सबसे सही है। हालांकि निवेशकों को अच्छे ट्रैक रिकार्ड वाले उन म्यूचुअल फंडों का ही चयन करना चाहिए, जो अपने निवेशकों को बढ़िया रिटर्न प्रदान कर रहे हैं। 

    म्यूचुअल फंड हाउस अपने कोष प्रबंधकों (Fund Managers) और शोध विश्लेषकों की टीम की बदौलत हर पहलु से गहन रिसर्च कर अच्छे शेयरों का चयन करते हैं एवं समय पर प्रॉफिट बुक कर उसे अपने निवेशकों को प्रदान करते हैं। इसी कारण भारत में भी म्यूचुअल फंड तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं और मासिक निवेश 28,000 करोड़ रुपए के पार हो गया है और इक्विटी फंडों का कुल प्रबंधन कोष (AUM) 13.15 ट्रिलियन रुपए तक पहुंच गया है। इसी तरह सिस्टैमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के माध्यम से मासिक निवेश बढ़ता हुआ मार्च 2022 में 12,328 करोड़ रुपए की नई ऊंचाई पर पहुंच गया है। इस लेख में वित्त वर्ष 2021-22 के साथ विगत 5 वर्षों के दौरान अपने बेंचमार्क से अधिक रिटर्न देने वाले लार्जकैप फंड, मिडकैप फंड और स्मालकैप फंडों का विश्लेषण किया है। इनमें कई फंड स्कीमों में तो निवेशकों को 25 से लेकर 58% तक का बहुत ही अच्छा रिटर्न मिला है। जिससे यह बात प्रमाणित होती है कि लॉन्ग टर्म में बढ़िया रिटर्न (Good Return) और वेल्थ क्रिएट (Wealth Creation) करने में इक्विटी म्यूचुअल फंड सही हैं।

    हर पल ट्रैक करती है इन्वेस्टमेंट टीम: डी. पी. सिंह

    एसबीआई म्यूचुअल फंड (SBI Mutual FUnd) के चीफ बिजनेस ऑफिसर डी. पी. सिंह (D.P. Singh) का कहना है कि बेंचमार्क से आउटपरफॉर्म करने के लिए बहुत ही मेहनत करनी होती है। जिन कंपनियों में हमारी स्कीमों का इन्वेस्टमेंट होता है, उन्हें हम 24 घंटे ट्रैक करते है। कंपनियों के बिजनेस, कार्पोरेट गवर्नेंस, इंडस्ट्री ट्रेंड, गवर्नमेंट पॉलिसीज, इकोनॉमिक डेवलपमेंट हर जगह नजर रखनी होती है। हमारी रिसर्च और इन्वेस्टमेंट टीम 24 घंटे इस काम में लगी रहती है। यह सब कार्य आम निवेशक के लिए बहुत ही मुश्किल है। सही जगह निवेश करना जितना अहम है, उतना ही समय पर बेचने का फैसला लेना भी महत्वपूर्ण है। यह भी आम निवेशक के लिए कठिन होता है। जबकि हमारी रिसर्च और इन्वेस्टमेंट टीम हर पल ट्रैक करती है और उसी हिसाब से फैसला लेती है। इसी कारण हम अपने 2 करोड़ से अधिक निवेशकों को बेहतर रिटर्न प्रदान कर पा रहे हैं। म्यूचुअल फंडों के जरिए निवेश करने का दूसरा फायदा यह भी है कि म्यूचुअल फंड भले ही कई बार शेयरों की खरीद-फरोख्त करें, लेकिन निवेशक पर शॉर्ट टर्म या लॉन्ग टर्म कैपिटल गैन टैक्स का भार नहीं आता है। उसे तो म्यूचुअल फंड से फायदे पर अपनी इनकम स्लैब के अनुसार ही आयकर देना होता है।      

    छोटी पूंजी में ही विविध कंपनियों में निवेश का अवसर: आनंद वरदराजन

    टाटा म्यूचुअल फंड (Tata Mutual Fund) के बिजनेस हैड आनंद वरदराजन (Anand Vardarajan) का कहना है कि रिटेल इन्वेस्टर के पास सीमित पूंजी होती है, जिसमें वह दो-चार कंपनियों में ही निवेश कर पाता है। उसमें भी यदि गलत जगह इन्वेस्ट कर दिया या टाइम पर सेल नहीं किया तो फायदे की बजाय नुकसान उठाना पड़ता है। जैसे आप किसी होटल में गए और वहां मेन्यू देखकर दो डिश का ऑर्डर दिया, लेकिन उसका टेस्ट आपको पसंद नहीं आया। फिर भी आप वह डिश खाते हैं, क्योंकि आपके पास जेब में थोड़े ही पैसे हैं, लेकिन म्यूचुअल फंड निवेश में ऐसा नहीं है। यहां आप छोटी पूंजी में ही अनेक कंपनियों में निवेश कर पाते हैं, क्योंकि म्यूचुअल फंड स्कीमों का निवेश अलग-अलग बिजनेस वाली विविध कंपनियों में होता है। एक ही स्कीम के जरिए आपको 50 से 100 कंपनियों में निवेश का अवसर मिलता है। आपका निवेश डाइवर्सिफाई रहता है। जिससे रिस्क कम और रिटर्न की संभावना अधिक होती है। जिन कंपनियों में हमारा निवेश होता है, उन कंपनियों की हर बिजनेस गतिविधि पर हमारी रिसर्च और इन्वेस्टमेंट टीम हर समय नजर रखती है, तभी अच्छा रिटर्न हासिल कर पाना संभव होता है। इसी वजह से हम अपने निवेशकों को हमेशा बेहतर रिटर्न देने का प्रयास करते हैं। मौजूदा बाजार हालात में टाटा लार्जकैप फंड और टाटा बैलेंस एडवांटेज फंड निवेश के लिए अनुकूल दिख रहे हैं।