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    मुंबई: कच्चे तेल की कीमतों में नरमी के बीच बैंकिंग और आईटी शेयरों में जोरदार लिवाली से बीएसई का मानक सूचकांक सोमवार को 936 अंक और चढ़ गया। घरेलू शेयर बाजारों में तेजी का सिलसिला लगातार पांचवें कारोबारी सत्र में जारी रहा। विश्लेषकों ने कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच कूटनीतिक वार्ता बहाल होने की उम्मीदें बढ़ने से भी कारोबारी धारणा को मजबूती मिली।  

    बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स कारोबार के अंत में 935.72 अंक यानी 1.68 प्रतिशत चढ़कर 56,486.02 अंक पर बंद हुआ। एक समय तो यह 995.53 अंक तक चढ़ गया था। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 240.85 अंक यानी 1.45 प्रतिशत की तेजी के साथ 16,871.30 अंक पर पहुंच गया। सेंसेक्स की कंपनियों में इन्फोसिस, एसबीआई, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, मारुति सुजुकी, एचडीएफसी और विप्रो के शेयरों में 3.76 प्रतिशत तक की बढ़त दर्ज की गई।  

    इस रुख के उलट हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड, सन फार्मास्युटिकल्स, डॉ रेड्डीज लैब और टाटा स्टील के शेयर नुकसान के साथ बंद हुए। एशिया के अन्य बाजारों में हांगकांग और शंघाई के बाजार खासी गिरावट के साथ बंद हुए, जबकि तोक्यो मामूली लाभ के साथ बंद हुआ। अमेरिका में शेयर बाजार शुक्रवार को निचले स्तर पर रहे थे। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 2.97 प्रतिशत की गिरावट के साथ 109.3 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।  

    विदेशी संस्थागत निवेशकों का भारतीय बाजारों में बिकवाली का सिलसिला अभी जारी है। उपलब्ध सूचना के मुताबिक, शुक्रवार को विदेशी निवेशकों ने 2,263.90 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार का मानना है कि इस हफ्ते बाजार के लिए सर्वाधिक अहम घटना बुधवार को होने वाली फेडरल रिजर्व की बैठक होगी। इसमें अमेरिकी केंद्रीय बैंक नीतिगत दरों में बढ़ोतरी का फैसला कर सकता है। (एजेंसी)