2022 में सेंसेक्स पहुंच सकता है 70,000, विदेशी पड़े कमजोर- भारतीयों का बढ़ा दबदबा

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    मुंबई:  शेयर बाजार (Stock Market) के निवेशकों के लिए 2021 एक बेहतरीन साल साबित हुआ। सरकार ने देश भर में वैक्सीनेशन अभियान चला कर चाइनीज वायरस कोरोना पर काफी हद तक नियंत्रण पाने में सफलता हासिल की और आर्थिक विकास को गति प्रदान की। जिसकी वजह से बाजार में चौतरफा तेजी आई और निवेशकों (Investors) ने जमकर चांदी काटी। चारों मुख्य सूचकांकों ने नई ऊंचाइयों को छुआ। अर्थव्यवस्था (Economy) का बैरोमीटर माने जाने वाले बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) व एनएसई निफ्टी (NSE Nifty) क्रमश: 62,245 अंक और 18,604 अंक तक पहुंचे। इनके साथ बाजार का व्यापक रूख दर्शाने वाले बीएसई मि़डकैप (BSE Midcap) और स्मालकैप (BSE Smallcap) भी क्रमश: 24,246 अंक और 30,416 अंक की ऊंचाई तक पहुंचे। हालांकि वर्ष की अंतिम तिमाही में विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) के मुनाफा वसूली दबाव तथा कोरोना के नए वैरियंट ओमिक्रोन का प्रकोप बढ़ने से कुछ गिरावट भी आई, लेकिन भारतीय संस्थागत व रिटेल निवेशकों की मजबूत लिवाली के चलते तेजी का रूख कायम है। भारतीय बाजार में वर्ष 1991 के बाद, जबसे विदेशी फंडों को निवेश की अनुमित दी गई है, पहली बार ऐसा हुआ है कि विदेशी निवेशकों ने भारी बिकवाली की, जो अक्टूबर से दिसंबर तक चली, लेकिन इसके बावजूद मंदी नहीं आई। सेंसेक्स सहित चारों मुख्य शेयर सूचकाकों में अधिकतम 11% की ही गिरावट आई। यह भारतीय रिटेल निवेशकों के बढ़ते दबदबे का स्पष्ट संकेत है। अर्थात अब भारतीय बाजार की कमान विदेशियों के हाथ में नहीं रही, बल्कि इंडियन इन्वेस्टर के हाथ में आ गयी है। यह अर्थव्यवस्था के लिए भी अच्छी बात है, क्योंकि इससे पहले विदेशी जब चाहे बिकवाली कर मंदी ला देते थे। अब यह चिंता दूर हो गयी है।

    2021 में बंपर रिटर्न के बाद अब नए साल 2022 में हर निवेशक के मन में यही सवाल है कि क्या 2022 भी उनके लिए लाभकारी रहेगा। विश्लेषकों का मानना है कि जिस तरह से इंडियन इन्वेस्टर्स का निवेश लगातार बढ़ रहा है और अर्थव्यस्था मजबूत हो रही है। कार्पोरेट इंडिया का मुनाफा बढ़ रहा है। सरकार नए-नए रिफॉर्म कर विकास गति बढ़ा रही है। देश में एफडीआई बढ़ रहा है। निर्यात व्यापार में चमक आ रही है। ये सब पॉजिटिव फैक्टर्स कोरोना संकट और बढ़ती महंगाई जैसे कुछ निगेटिव फैक्टर पर भारी हैं। इसलिए 2022 में भी तेजी का दौर जारी रहने के प्रबल आसार हैं। हालांकि निगेटिव फैक्टर्स के कारण भारी उतार-चढ़ाव भी आएंगे, परंतु ‘बुल रन’ जारी रहेगा और सेंसेक्स के 70,000 के आंकड़े तक पहुंचने की प्रबल संभावना जताई जा रही है।

    अर्थव्यवस्था और बाजार में लंबी तेजी का ‘enavabharat.com’ का अनुमान सही साबित

    तेजी का यह दौर लंबा चलेगा, इसका अनुमान ‘enavabharat.com ’ ने ठीक एक साल पहले यानी 1 जनवरी 2021 को प्रकाशित अपने विश्लेषण ‘‘अर्थव्यवस्था में लंबी तेजी के आसार, 7 कारणों से आएगी तेजी’’ में व्यक्त किया था। यह अनुमान सही साबित हो रहा है। कोरोना संकट के बाद जिस तरह के आर्थिक हालात बने हैं, उसे देखते हुए लग रहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था और शेयर बाजार में बड़ा बूम आएगा। अर्थव्यवस्था में लंबी तेजी आने की प्रबल संभावनाएं बन रही हैं। यह तेजी 1992-1996 और ‍2003-2007 जैसी हो सकती है। यानी 14 वर्षों के बाद लंबी तेजी का दौर शुरू हुआ है।

    किसमें कितना आया उछाल

    • इंडेक्स  31.12.2020  31.12.2021   वृद्धि
    • सेंसेक्स  47,751     58,254 अंक  +22% 
    • निफ्टी   13,981     17,354 अंक  +24% 
    • मिडकैप  17,941     24,970 अंक  +39% 
    • स्मालकैप 18,098     29,458 अंक  +63% 

    21,100 अंक पहुंच सकता है निफ्टी : श्रीकांत चौहान

    कोटक सिक्युरिटीज ( Kotak Securities Ltd.) के रिसर्च हैड श्रीकांत चौहान का कहना है कि हमारा अनुमान है कि 2022 भी तेजी का साल सिद्ध होगा, लेकिन वैल्यूएशन बढ़ने से 2021 जितने रिटर्न की उम्मीद नहीं की जानी चाहिए। करीब 8.5% से 9% की जीडीपी ग्रोथ और बढ़ती कार्पोरेट अर्निंग को देखते हुए वित्त वर्ष 2024 के लिए निफ्टी कंपनियों की ईपीएस 959 रुपए रहने का अनुमान है, ऐसे में 22 के मल्टीपल से गणना की जाए तो निफ्टी 21,100 अंक और सेंसेक्स 69,600 अंक तक पहुंच सकता है।

    पॉजिटिव फैक्टर : सरकार और रिजर्व बैंक ने राजकोषीय घाटे का लक्ष्य वित्त वर्ष 2026 तक 4.5 से 4.7% तक रखने का लक्ष्य रखा है, जो कोरोना के पहले 3 से 3.5% रखा जाता था। इसका मतलब अर्थतंत्र में करीब 40 ट्रिलियन रुपए की अतिरिक्त तरलता बनी रहेगी। जिससे इंडस्ट्री और मार्केट, दोनों को बूस्ट मिलता रहेगा। ब्याज दरें निचले स्तरों पर बनी रहेंगी। यदि बजट उम्मीदों से अच्छा आता है और यूपी के चुनाव में भाजपा को जीत मिलती है तो निवेशकों का उत्साह और बढ़ जाएगा। महंगाई को लेकर चिंता जरूर है, लेकिन यदि 9% की जीडीपी ग्रोथ आती है तो तेजी कायम रहेगी।

    निगेटिव फैक्टर : कोरोना के नए वैरियंट को लेकर चिंता अवश्य है। यदि यह ज्यादा फैलता है तो सेंटीमेंट खराब होगा। हालांकि सभी को वैक्सीनेशन से अधिक फैलने का डर कम है। इस कारण यदि बाजार गिरता भी है तो निफ्टी अधिकतम 16,500 या 16,000 अंक तक ही गिरने की संभावना होगी। दूसरा बड़ा निगेटिव फैक्टर अमेरिका में ब्याज दर वृद्धि को लेकर था, लेकिन फेडरल रिजर्व के चेयरमैन ने पूरे 2022 के लिए स्पष्ट नीति घोषित कर निवेशकों की चिंता दूर कर दी। इसी कारण अमेरिकी बाजार नई ऊंचाई पर पहुंच रहे हैं। इसका असर भारत पर भी होगा।

    इन सेक्टर पर रखे फोकस : आईटी सेक्टर तो एवरग्रीन बन गया है। इसमें अगले 2-3 साल अच्छी ग्रोथ दिख रही है। इसके अलावा 2022 में ऑटो, इंफ्रा, कैपिटल गुडस, फाइनेंशियल में चमक आएगी।

    निवेश योग्य आकर्षक शेयर: 2022 में इंफोसिस, TCS, रिलायंस, हिंडाल्को, SBI, ICICI बैंक, टाटा मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, हिंदुस्तान यूनीलीवर, सिप्ला, सन फार्मा हमारी टॉप पिक है। इनमें निवेशक एवरेज 20% तक रिटर्न की उम्मीद रख सकते हैं।

    होगा उतार-चढ़ाव, पर चलेगी रैली : प्रशांत तापसे

    मेहता इक्विटीज (Mehta Equities Ltd।) के उपाध्यक्ष (रिसर्च) प्रशांत तापसे का कहना है कि मोदी सरकार ने विगत वर्षों में जो रिफॉर्म किए हैं और कर रही है, उनके कारण ओमिक्रोन के खतरे के बावजूद भारत की जीडीपी ग्रोथ एशिया में सबसे ज्यादा आएगी। आगे कोरोना प्रतिबंधों, आम बजट, 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव, एलआईसी का मेगा आईपीओ और ‍‍वैश्विक कारणों से बाजार में भारी घट-बढ़ भी होगी, लेकिन 9% की ऊंची विकास दर और कंपनियों के बढ़ते मुनाफे से बाजार में रैली जारी रहने की पूरी उम्मीद है।

    भारतीय निवेशकों की बढ़ती ताकत

    प्रशांत तापसे ने कहा कि पिछले एक साल में बड़ी संख्या में नए निवेशक मार्केट में आए हैं और यह संख्या बढ़ रही है। आज मंथली एसआईपी निवेश 11,000 रुपए से अधिक आने लगा है। विदेशी निवेशकों ने अप्रैल से दिसंबर तक 1।40 लाख करोड़ रुपए की भारी बिकवाली की। फिर भी मंदी नहीं आई, क्योंकि इनके सामने म्युचुअल फंडों ने 1 लाख करोड़ रुपए के शेयर खरीदे और रिटेल निवेशकों और एचएनआई ने करीब 40 हजार करोड़ रुपए के शेयर खरीदे। यह भारतीय निवेशकों की मजबूती का प्रमाण है। हमारा अनुमान है कि 2022 में सेंसेक्स 70,000 अंक और निफ्टी 21,000 अंक की ऊंचाई छू सकते हैं।

    निवेश योग्य आकर्षक शेयर: हमें उम्मीद है कि सरकार पावर और फर्टिलाइजर सेक्टर में रिफॉर्म तेज करेगी। जिससे इन सेक्टर की ग्रोथ तेज होगी। 2022 के लिए टाटा पावर, अडानी पावर, इंडियन एनर्जी एक्सचेंज, टाटा मोटर्स, TVS मोटर्स, नागार्जुन फर्टिलाइजर, IDFC हमारी टॉप पिक है। इनमें निवेशक 25% से 40% रिटर्न की उम्मीद रख सकते हैं।