
नई दिल्ली. भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने एयर इंडिया और विस्तारा के प्रस्तावित विलय को कुछ शर्तों के साथ शुक्रवार को मंजूरी दे दी। टाटा समूह को उसके एयरलाइन कारोबार को बढ़ाने की दिशा में इसे बड़ा कदम माना जा रहा है। सीसीआई ने सोशल नेटवर्किंग मंच एक्स पर शुक्रवार को बताया कि उसने विलय को मंजूरी दे दी है।
उसने कहा, “सीसीआई ने टाटा एसआईए एयरलाइंस के एयर इंडिया में विलय को और पार्टियों द्वारा प्रस्तावित स्वैच्छिक प्रतिबद्धताओं के अनुपालन के अधीन एयर इंडिया में सिंगापुर एयरलाइंस द्वारा कुछ शेयरों के अधिग्रहण को मंजूरी दे दी है।”
The Competition Commission of India (CCI) has approved merger of Tata SIA Airlines into Air India, and acquisition of certain shareholding by Singapore Airlines in Air India subject to compliance of voluntary commitments offered by the parties. pic.twitter.com/JHC7uPk0qW
— ANI (@ANI) September 1, 2023
विस्तारा और एयर इंडिया टाटा समूह की पूर्ण-सेवा वाली एयरलाइंस हैं। विस्तारा में सिंगापुर एयरलाइंस की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी है। टाटा समूह ने पिछले साल नवंबर में एक सौदे के तहत एयर इंडिया के साथ विस्तारा के विलय की घोषणा की, जिसमें सिंगापुर एयरलाइंस भी एयर इंडिया में 25.1 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण करेगी।
प्रस्तावित विलय के लिए सीसीआई से इस साल अप्रैल में मंजूरी मांगी गई थी। इसमें टाटा संस प्राइवेट लिमिटेड (टीएसपीएल), एयर इंडिया लिमिटेड, टाटा एसआईए एयरलाइंस लिमिटेड (टीएसएएल) और सिंगापुर एयरलाइंस लिमिटेड पक्ष बने हैं। इस सौदे के बाद एयर इंडिया देश की सबसे बड़ी अंतरराष्ट्रीय एयरलाइन और दूसरी सबसे बड़ी घरेलू एयरलाइन बन जाएगी। (एजेंसी)