Maruti-Export
Pic Credit: HT Auto

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    नई दिल्ली: मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki) ने शनिवार को घोषणा की कि अब वह भारत में अपनी सुविधाओं से दो मिलियन से अधिक कारों का निर्यात (Export) विदेशी बाजारों में कर रही है। देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी को यह लक्ष्य हासिल करने में लग गए लगभग 34 साल। कंपनी ने वर्ष 1986 में सबसे को हंगरी (Hungary) को कार निर्यात किया।

    हाल ही में मारुति सुजुकी ने गुजरात के मुंद्रा पोर्ट (Mundra Port) से दक्षिण अफ्रीका (South Africa) में एस-प्रेसो, स्विफ्ट और विटारा ब्रेज़ा (S-Preso, Swift and Vitara Brezza) मॉडल का एक बैच भेजा था। कंपनी को जहां निर्यात में पहले मिलियन-मार्क को हिट करने में 26 साल लगे, जबकि अगला मिलियन बहुत तेजी से आया। 

    निर्यात का एक बड़ा हिस्सा जिसने मारुति की पहली मिलियन यूनिट्स बनाई, वह यूरोपीय बाजारों में भेज दी गईं। कंपनी ने सूचित किया कि, 2012 से उसने लैटिन अमेरिका, अफ्रीका और एशिया क्षेत्रों में उभरते बाजारों पर ध्यान केंद्रित करना शुरू कर दिया है।

    कंपनी की ओर से जारी एक प्रेस बयान में एमडी और सीईओ केनिची अयुकावा ने कहा, “मारुति सुजुकी पिछले 34 वर्षों से वाहनों का निर्यात कर रही है, क्योंकि भारत वैश्विक ऑटोमोबाइल व्यवसाय में एक प्रमुख खिलाड़ी बन गया है। इस शुरुआती वैश्विक प्रदर्शन से कंपनी को अपनी गुणवत्ता बढ़ाने और वैश्विक बेंचमार्क प्राप्त करने में मदद मिली है।”

    मारुति वर्तमान में लगभग 100 देशों में 150 वेरिएंट में कुल 14 मॉडल निर्यात कर रही है। अयुकावा ने कहा, “भारत में हमारी सुविधाओं पर निर्मित वाहनों को गुणवत्ता, सुरक्षा, डिजाइन और प्रौद्योगिकी के वैश्विक मानकों के कारण उच्च स्वीकृति मिली है।”