साउथ के सुपरस्टार रजनीकांत (Rajinikanth) अपनी फिल्मों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं।
मुंबई. साउथ के सुपरस्टार रजनीकांत (Rajinikanth) अपनी फिल्मों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। लेकिन, इस बार वह किसी और वजह से चर्चा में हैं। दरअसल, कुछ समय पहले ऐसी खबरें आ रही थीं कि, रजनीकांत (Rajinikanth) की जल्द ही पॉलिटिक्स में एंट्री हो सकती है। इसी बीच खबर मिली है कि, रजनीकांत (Rajinikanth) फिलहाल राजनीति में एंट्री नहीं लेंगे। दरअसल, देश में फ़ैल रही कोरोना महामारी और अपने सेहत के वजह से रजनीकांत (Rajinikanth) ने यह फैसला लिया है।
ट्रेड एनालिस्ट रमेश बाला ने ट्वीट में जानकारी देते हुए लिखा है, “आज की हॉट न्यूज। कई मीडिया आउटलेट्स कह रहे हैं कि सुपरस्टार रजनीकांत (Rajinikanth) ने अपने सलाहकारों को एक इंटरनल नोट में लिखा है कि कोरोना और अपनी सेहत की वजह से वे राजनीति में एंट्री नहीं ले सकते। महामारी में पोंगल पर पार्टी लॉन्च करना मुश्किल लग रहा है।”
हालांकि, अब इस लेटर और रजनीकांत (Rajinikanth) का रिएक्शन सामने आया है। रजनीकांत (Rajinikanth) ने कहा कि ‘वायरल लेटर’ मेरा नहीं है। लेकिन इस लेटर में सेहत और डॉक्टर्स की सलाह को लेकर दी गई जानकारी सही है। मैं रजनी मक्कल मंद्रम के साथ चर्चा कर सही वक्त पर पॉलिटिक्स में एंट्री करने का ऐलान करूंगा।”
#BREAKING : #Superstar @rajinikanth says the medical information about his health in the statement is true..
If so, it is for the first time, he has indirectly confirmed that he underwent kidney transplant surgery in #Mayo Clinic in #Rochester Minnesota in May of 2016..
— Ramesh Bala (@rameshlaus) October 29, 2020
टाइम्स ऑफ इंडिया ने अपनी रिपोर्ट में रजनीकांत (Rajinikanth) के करीबी सूत्रों के हवाले से लिखा है कि, एक्टर ने अपने सेहत का हवाला देते हुए पॉलिटिक्स में एंट्री ना लेने का फैसला लिया है। एक सूत्र के मुताबिक, रजनीकांत (Rajinikanth) कोरोना काल में कोई चांस नहीं लेना चाहते। बता दें कि, साल 2016 में रजनीकांत (Rajinikanth) ने यूएस में गुर्दे का ट्रांसप्लांट कराया था। वायरल लेटर में यह भी कहा गया था कि रजनीकांत (Rajinikanth) के डॉक्टर्स ने भी कोरोना की वैक्सीन आने से पहले उन्हें पॉलिटिक्स में न जाने की सलाह दी है।
वहीं रजनीकांत (Rajinikanth) ने अपने लिखित बयान में कहा, ‘मुझे अपनी जिंदगी की परवाह नहीं है। मैं केवल लोगों की सेहत की चिंता कर रहा हूँ। मैंने राजनीतिक बदलाव लाने का वादा किया था। मुझे राजनीति में एक्टिव होना था। इसी दौरान मेरी तबियत बिगड़ती है तो राजनीतिक प्रक्रिया में नई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। अगर मुझे इसका फायदा उठाना है तो मुझे इसे 15 जनवरी से पहले ही लॉन्च करना होगा और अपना फैसला दिसंबर में सुनाना होगा। यह अपने चाहने वालों और जनता पर छोड़ता हूं कि वह उस समय की मौजूदा परिस्थितियों के आधार पर तय करें कि मुझे क्या करना चाहिए? जनता का फैसला, भगवान का फैसला, जय हिंद।’