मुंबई:वहीदा रहमान ने हिट फिल्में देकर बहुत नाम कमाया हैं। फिल्मों के अलावा वह और कई वजहों से भी हमेशा चर्चा में रही हैं। आज अभिनेत्री ने अपने जीवन के 82 वर्ष पूरे कर लिए हैं। हिंदी फिल्म
मुंबई: वहीदा रहमान ने हिट फिल्में देकर बहुत नाम कमाया हैं। फिल्मों के अलावा वह और कई वजहों से भी हमेशा चर्चा में रही हैं। आज अभिनेत्री ने अपने जीवन के 82 वर्ष पूरे कर लिए हैं। हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के अलावा वहीदा रहमान तमिल, तेलुगू, बंगाली और मलयालम में भी फिल्में कर चुकी हैं। फिल्म जगत में वहीदा का नाम मशहूर अभिनेता गुरु दत्त से जोड़ा जाता हैं। आपको बता दे कि फ़िल्मी दुनिया में कदम रखने के बाद वहीदा ने गुरु दत्त के साथ 3 साल का अनूठा कॉन्ट्रैक्ट साइन किया था। जिसके अनुसार यह शर्तें रखी गई थी कि वह फिल्मों में अपने मन पसंदीदा कपड़े पहनेंगी और कोई उनके साथ कपड़ो को लेकर ज़बरदस्ती नहीं करेगा।
गुरु दत्त ने पहली बार वहीदा को तेलुगू सिनेमा में देखा था। जिसके बाद उन्होंने वहीदा को मुंबई में लाने का फैसला किया। गुरु दत्त मूवीज़ प्राइवेट लिमिटेड प्रोडक्शन की फिल्म CID में वहीदा को पहला मौका मिला। इसके बाद साल 1957 में फिल्म प्यासा में गुरु दत्त और वहीदा की जोड़ी नजर आई। इस फिल्म ने हिंदी सिनेमा एक नई क्रांति ला दी। जिसके बाद उन दोनों के करीब होने की चर्चा होने लगी। लेकिन तब गुरु दत्त की शादी गीता दत्त से हो चुकी थी। फिल्म प्यासा की शूटिंग के दौरान गीता और गुरु दत्त बीच फासले बढ़ने लगे और वहीदा उनके झगड़े का कारण बनने लगी। साल 1957 में गुरु दत्त और गीता दत्त अलग-अलग रहने लगे।
एक समय ऐसा भी आया था जब गुरु दत्त, वहीदा के बगैर एक फिल्म नहीं करते थे। इस बात का जिक्र उनके दोस्त अबरार अल्बी ने 10 ईयर्स विद गुरु दत्त नाम की किताब में किया है। गुरु और वहीदा का रिश्ता गीता के साथ- साथ वहीदा के घर वालो को भी नामंज़ूर था। जिसके बाद अपना घर बचाने के लिए गुरु ने वहीदा का साथ छोड़ दिया। पहले बीवी और बच्चों का साथ छूट गया फिर वहीदा से गुरु दत्त जुदा हो गए। वह अपनी बेटी से मिलना चाहते थे पर उनकी बीवी ने ऐसा होने न दिया उन्होंने मरने की धमकी भी दी।
उनके एक दोस्त ने यह भी बताया था कि गुरु दत्त मरने के तरीके ढूंढते रहते थे जिसके चलते आखिरकार एक दिन उन्होंने अपनी जान ले ली। उनकी मौत की खबर से वहीदा टूट सी गई। एक इंटरव्यू में गुरु दत्त की खुदख़ुशी का कारण पूछने पर वहीदा ने बताया कि ‘किसी को भी उनके खुदकुशी करने की वजह नहीं पता। कुछ लोग कहते हैं कि कागज के फूल की नाकामयाबी की वजह से वो डिप्रेशन में थे। लेकिन मुझे नहीं लगता कि ये वजह रही होगी। क्योंकि इस फिल्म के बाद उन्होंने चौदहवीं का चांद बनाई जो सुपरहिट रही।’