हडताल में 450 से 500 डाक्टर व 500 वैद्यकीय छात्र सहभागी

  • कोरोना संक्रमण से जुडी चिकित्सीय एवं इमरजंसी सेवा थी जारी

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चंद्रपुर. आयुर्वेद चिकित्सकों को 58 ऑपरेशन करने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा दी गई अनुमति के विरोध में आज शुक्रवार से जिले के करिबन 450 से 500 डाक्टर व करिबन 500 वैद्यकीय विद्यार्थियों ने हडताल शुरू कर दी. हालाकि मरिजों पर खास असर नही पडा. अस्पताल में केवल कोरोना संक्रमण से जुडी चिकित्सीय एवं इमरजंसी सेवा जारी रही. 

सीसीआयएमए ने आधुनिक वैद्यकीय शल्यक्रिया की अनुमति दी है. अब आयुर्वेद चिकित्सक एपडिक्स, किडनी स्टोन, कान एवं आंखों की मोतियाबिंद शल्यक्रिया आदि आपरेशन कर पाएंगे. आयएमए का कहना है कि यह अप्रशिक्षित चिकित्सकों के हाथों से ऑपरेशन होना मरीजों के लिए घातक है. केन्द्र सरकार के राजपत्र की सीसीआयएमए की अधिसूचना वापस ली जानी चाहिए. इस मांग को लेकर एलोपैथी से जुड़े सभी चिकित्सक हड़ताल पर है. हडताल में शासकीय एवं निजी वैद्यकीय महाविद्यालयों के पदवीपूर्ण और स्नातकोत्तर वैद्यकीय विद्यार्थी सहभागी हुए है. आंदोलन को वैद्यकशास्त्र के स्पेशालिस्ट, शासकीय चिकित्सकों के संगठन, मेडिकल कालेज के प्राध्यापकों के संगठन ने समर्थन दिया है. 

हडताल के दौरान नान इमर्जेंसी और नान कोविड मेडिकल सर्विसिज को पूरी तरह से बंद रखे गए. आईसीयू, सीसीयू और इमर्जेंसी सिर्विसिज भी शुरू रहेगी. परंतु इलेक्टिव सर्जरी शुरू नही थी. इर्मजेंसी मेडिकल सर्विसिज, आईसीयू, कोविड केअर, सीसीयू, इमर्जेंसी सर्जरी और लेबर रूम खुले थे. इसी बीच एलोपैथिक डाक्टरों की हडताल शुरू होने से अस्पताल बंद दिखाई देने से मरिजों को अस्पताल से वापस लौटना पडा. 

आयुष डाक्टरों ने गुलाबी फीत लगाकर दी सेवा

केंद्र सरका का माना आभार  

केंद्र सरकार द्वारा आयुर्वेद स्नातकेत्त डाक्टरों को 58 प्रकार की शल्यक्रिया करने की अनुमती देने पर चंद्रपुर जिले के सभी आयुष डाक्टरों ने शुक्रवार को गुलाबी फिता लगाकर पूर्ण समय सेवा देकर केंद्र सरकार का आभार माना. तथा नैशनल इंटिग्रेटेड मेडिकल असोसिएशन ( निमा )  चंद्रपुर शाखा की ओर से जिलाधीश के माध्यम से केंद्र सरकार को आभार पत्र भेजा गया. 

इस समय निमा केंद्रीय शाखा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ राजु ताटेवार, महाराष्ट्र राज्य शाखा के सहसचिव डा दिपक भट्टाचार्य, नागपुर विभागीय सचिव डा सुधीर मत्ते, चंद्रपुर शाखा के अध्यक्ष डा लक्ष्मीनारायन सरबेरे, सचीव डा विजय भंडारी, कोषाध्यक्ष डा अमीत कोसुरकर तथा डा. मनोहर लेनगुरे, डा नितीन बिश्वास, डा वैभव अडगुरवार, डॉ कुकडपवार आदि उपस्थित थे.