चंद्रपुर परिमंडल में 611.11 करोड रूपए का बिजली बिल बकाया

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  • घरेलु ग्राहक समक्ष 115.26 करोड
  • वाणिज्यिक ग्राहक समक्ष 17.36 करोड बकाया 

चंद्रपुर. लाकडाऊन के दौरान ग्राहकों को एकसाथ तीन महिने का बिजली बिल दिया गया. इस समय बिजली बिल माफ करने की मांग की गई. इस पृष्ठभूमिपर महावितरण का ग्राहकों के पास काफी बकाया था. चंद्रपुर परिमंडल में घरेलु ग्राहकों के पास 115 करोड 26 लाख तो वाणिज्य ग्राहकों के पास 17 करोड 36 लाख व औद्योगिक ग्राहक के पास 4 करोड 51 लाख 2 हजार का बकाया है. जिससे अब कंपनी ने बकाया वसुलने की मुहिम शुरू की है.  

चंद्रपुर व गडचिरोली जिले के जलापुर्ति येाजना के पास 2 करोड 1 लाख, तो सरकारी कार्यालय के पास 4 करोड 87 लाख बकाया है. स्थायि स्वरूपी बिजली आपुर्ति खंडित ग्राहकों के पास 36 करोड 43 लाख तथा कृषी पम्प धारक के पास 219 करोड 54 लाख का बकाया जमा हो गया है. शहरी  व ग्रामीण स्ट्रिटलाईट बिजली बिल का बकाया दोनों जिले के नगर पालिका व ग्रामपंचायत मिलकर करिबन 211 करोड 28 लाख 41 हजार रूपए हुई है.  

जिससे घरेलु, वाणिज्यिक, औदयोगिक, जलापुर्ति योजना, स्ट्रिटलाईट आदी सभी बकायाधारकों के विरोध में कार्रवाई शुरू की है. इस संदर्भ में भ्रमण ध्वनी से बिजली आपुर्ति खंडीत करने का नोटिस भेजी गई है. बकायदारों पर कारवाई करने के निर्देश मुख्यालय से दिए गए है. चंद्रपुर परिमंडल में मुहिम के लिए 7 टिम गठीत की है. 

महावितरण के अस्तित्व के लिए ग्राहकों ने इस्तेमाल किए गए प्रत्येक युनिट की वसुली अत्यावश्यक है. फिलहाल महावितरण आर्थिक संकट में है. बकाया वसुली के अलावा दूसरा पर्याय नही होने से महावितरण बकायादारों के विरोध में कारवाई शुरू की है. सभी बकायादारों को बकाया बिजली बिल त्वरित भुगतान करने का आह्वान किया है. – सुनिल देशपांडे, मुख्य अभियंता ,चंद्रपुर परिमंडल 

चंद्रपुर परिमंडल का ग्राहकनिहाय कुल बकाया 

ग्राहकों की वर्गवारी कुल बकाया 

घरेलु                             115 करोड 26 लाख

वणिज्यिक                           17 करोड 36 लाख

औद्योगिक                           4 करोड 51 लाख

ग्रामिण व शहरी जलापूर्ति योजना    2 करोड 1 लाख

शासकिय कार्यालय  –              4 करोड 87 हजार

ग्रामिण व शहर स्ट्रिटलाईट         211 करोड 28 लाख  

स्थायि स्वरूप बिजलीआपुर्ति खंडीत ग्राहक – 36 करोड 43लाख

कृषिपम्पधारक                             – 219 करोड 54 लाख