दिवाली पश्चात चंद्रपुरवासियों ने ली राहत की सांस

  • दिवाली व दिवाली के बाद प्रदुषण में आयी कमी
  • प्रदुषण नियंत्रण मंडल के रिपोर्ट में हुआ स्पष्ट

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चंद्रपुर. दिवाली में आतिषबाजी के चलते ध्वनी व वायु प्रदुषण में काफी वृध्दी होती है. इस पृष्ठभूमीपर प्रदुषण नियंत्रण मंडल द्वारा किए गए सर्वे रिपोर्ट में चंद्रपुर शहर का प्रदुषण दिवाली व दिवाली के बाद कम होने की पुष्टी होने से चंद्रपुरवासियों ने राहत की सांस ली है. 

कोरोना के दौरान देश में लाकडाऊन घोषित किया था. जिससे देश के वाहन व उद्योग पूरी तरह से ठप्प हुए थे. संपूर्ण सडके सुनसान हुई थी. यातायात ठप्प हो जाने से मुंबई समेत चंद्रपुर का प्रदुषण 48 प्रश से कम हुआ था. कोरोना के कारण प्रदुषण में कमी आने से लोगों में खुशी दिखाई दे रही थी. तत्पश्चात अनलाक होने से नियम व शर्तो के आधार पर उद्योग व वाहन पुन: शुरू हुए. सफर को अनुमती देने से एसटी, ट्रैव्हल्स, उद्योग के ट्रक सडकों पर दौड रहे थे. डेढ महिने पहले प्रदुषण नियंत्रण मंडल के रिपार्ट में मुंबई प्रथम तो चंद्रपुर प्रदुषण के मामले में दुसरे स्थान पर था. यह पर्यावरणवादी तथा जिलावासियों के लिए चिंता का विषय बना हुआ था.

दिवाली के दौरान बडी पैमाने में पटाखों की आतिषबाजी की जाती है. जिससे बडे मात्रा में वायु प्रदुषण होता है. जिससे पशु_पक्षीयों के साथ मानवों की सांस पर विपरित असर होता है. परंतु इस बार कोरोना संक्रमण के चलते राज्य सरकार तथा जिला प्रशासन ने पटाखों के बजाय दिए जलाकर दीपावली मनाने का आवाहन किया था. चंद्रपुर मनपा प्रशासन ने पटाखे व आतिषबाजी पर बंदी लायी थी. केवल रात के 8 से 10 बजे तक पर्यावरण पुरक पटाखे फोडने की अनुमती प्रदान की थी. इसी वजह से इस बार कुद हद तक चंद्रपुर में दिवाली के पहले व दिवाली के बाद प्रदुषण में कमी आने की पुष्टी रिपोर्ट में है. 

13 नवम्बर को दिवाली के एक दिन पहले चंद्रपुर की एअर क्वालिटी कैटेगिरी यह समाधानकारक थी. चंद्रपुर के साथ_साथ नागपुर, नाशिक व सोलापुर में भी एअर क्वालिटी कैटेगिरी समाधानकारक बताया गया है. यह विशेष है. 14 नवम्बर अर्थात दिवाली के दिन प्रदुषण की श्रेणी समाधानकारक थी. औसतन एअर क्वालिटी कैटेगिरी समाधानकारक थी. दिवाली के दिन नागपुर का स्थान स्थायि था. परंतु इस दिन नाशिक व सोलापुर के एअर पोल्युशन में काफी वृध्दी दर्शायी गई.  

दिवाली के दुसरे दिन अर्थात 15 नवम्बर को एअर क्वालिटी श्रेणी को समाधानकारक दर्शाया गया. चंद्रपुर का एक्युआय औसतन समाधानकारक श्रेणी में था. 16 नवम्बर को भी यह समाधानकारक था यह चंद्रपुरवासियों के लिए राहत देनेवाली बात है. दिवाली में हुए प्रदुषण की कमी के चलते पक्षी, प्राणी व मानवों ने राहत व खुली सांस ले रहे है. पटाखों की आतिषबाजी के अभाव के चलते एअर पोल्युशन नियंत्रण में रहने से कोरोना संक्रमण से कुछ हद से बचाव हुआ है.