16.1 lakh quintals Bought cotton, bought a record of white gold
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गड़चांदूर: कृषि उपज बाजार समिति के अड़ियल रवैए से गुस्साए कपास उत्पादक किसानों ने चंद्रपुर-आदिलाबाद महामार्ग पर गुरुवार को चक्काजाम आंदोलन किया. भरी धूप में शुरू हुए आंदोलन के कारण प्रशासन में हड़कंप मच गया. उपविभागीय पुलिस अधिकारी विलास यामावार, शेतकरी संगठन के नेता एड. वामनराव चटप व कृषि उपज बाजार समिति के पदाधिकारी आंदोलनस्थल पर पहुंचे. लाख मिन्नतों के बाद भी किसानों का गुस्सा शांत नहीं होता देख आखिरकर कृषि उपज बाजार समिति को झुकना पड़ा. टोकन पद्धति बंद कर 70 किसानों का कपास खरीदने का आश्वासन देने के बाद आंदोलन खत्म हुआ. आंदोलन करीब 2 घंटे तक चला.

अचानक दी खरीदी बंद की जानकारी
कपास उत्पादक किसानों की लूट रोकने के लिए सीसीआई द्वारा कपास खरीदा जाता है. इस पर कृउबास का नियंत्रण होता है. किंतु कृउबास के कुछ पदाधिकारियों के अड़ियल रवैए के कारण गुरुवार को किसानों का गुस्सा फूट पड़ा. किसानों ने कहा कि टोकन पद्धति के बिना कपास नहीं खरीदा जा रहा था. किसानों से अतिरिक्त पैसे मांगे जा रहे थे. कुछ स्थानों पर बिचैालियों का कपास खरीदा जा रहा था. प्रत्येक गाड़ी के पीछे ग्रेडर पैसे वसूल रहे थे.

इस बीच, गुरुवार को लगभग 70 गाड़ी कपास किसानों ने खरीदी केंद्र पर लाया. लेकिन उन्हें अचानक खरीदी बंद होने की जानकारी दी गई. ऐसे में भीषण गर्मी में बाजार समिति पहुंचे किसानों का संयम जवाब दे गया. किसानों ने सुबह 10 बजे से चंद्रपुर-आदिलाबाद राज्यमार्ग पर सोनुर्ली गांव के समीप जिनिंग के पास अपनी गाड़ियों को खड़ा कर यातायात रोक दिया.

टोकन पद्धति बंद करने की मांग
उपविभागीय पुलिस अधिकारी यामावार ने सोनुर्ली के पास आंदोलन स्थल पर पहुंचकर किसानों और कृउबास के पदाधिकारियों के बीच समन्वय बनाने का प्रयास किया. इस बीच, शेतकरी संगठन के नेता पूर्व विधायक एड. चटप भी वहां पहुंचे. किसानों ने टोकन पद्धति बंद करने की मांग की. आंदोलन और उग्र होता देख कृउबास के पदाधिकारियों ने किसानों की मांग स्वीकार कर ली. सीसीआई द्वारा तत्काल दिलासा देते हुए बिना कूपन सभी लगभग 70 गाड़ी कपास खरीदा. आगामी 2 दिनों में टोकन पद्धति बंद कर सीधे तौर पर कपास खरीदी करने की मांग सैयद आबिद अली, आशीष देरकर, शैलेश लोखंडे, गणेश लोंढे, महेश राऊत, गणेश तुराणकर, शुभकांत शेरकी, अभय मुनोत, देवेंद्र घाटे ने की.

सोमवार को आंदोलन की चेतावनी
कृउबास के पदाधिकारियों का अड़ियल रवैया बंद नहीं होने पर किसानों ने सोमवार को बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी दी. जब तक कोरपना तहसील में सभी किसानों का कपास नहीं खरीदा जाता, तब तक आंदोलन शुरू रखने की बात जनसत्याग्रह संगठन के अध्यक्ष आबिद अली ने कही. एड. चटप ने कहा कि लॉकडाउन के कारण डेढ़ माह से कपास खरीदी बंद थी. खरीफ मौसम शुरू होने के पूर्व पूरा कपास खरीदने का नियोजन सरकार से करने की मांग उन्होंने की.