Bird Flu

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  • एक कौवे की रिपोर्ट पाजिटिव
  • प्रशासन ने कहा, अफवाहों से बचें

चंद्रपुर. देश के कुछ हिस्सों में बर्ड फ्लू की दहशत कायम है. गड़चिरोली में भी बर्ड फ्लू ने दस्तक दी है. इस बीच चंद्रपुर जिले में दो स्थानों पर मृत पक्षी मिलने से लोगों में काफी दहशत छायी हुई है. प्रशासन ने लोगों से अफवाहों से बचने की सलाह दी है.  भद्रावती तहसील के पिरली में दो मुर्गियां मृत पायी गईं जबकि राजुरा तहसील के बैलमपुर में चार मुर्गियां मृत पायी गई थीं. मृत पक्षियों के नमूने जांच के लिए पुणे में भेजे गए थे.

इनमें से पिरली के दो मृत पक्षियों की रिपोर्ट पाजिटिव आयी है. बैलमपुर की रिपोर्ट की प्रतीक्षा है. जबकि बल्लारपुर तहसील के मानोरा में मृत मिले 3 कौओं की जांच में एक की रिपोर्ट पाजिटिव आयी है. भोपाल के राष्ट्रीय पशुरोग अन्वेषण संस्थान से इस बारे में रिपोर्ट की प्रतीक्षा है. जिला परिषद के सीईओ राहुल कर्डिले ने बर्ड फ्लू के संदर्भ में किसी भी तरह की अफवाहों से बचने की सलाह दी है.

पकाए अंडे व मांस में नहीं होता वायरस

बर्ड फ्लू रोग का संक्रमण देश के कुछ राज्यों और महाराष्ट्र के कुछ स्थानों पर पाया गया है. अंडे और पोल्ट्री चिकन की बिक्री पर इसका असर हुआ है. इस संदर्भ में भारत सरकार के पशुसंवर्धन विभाग द्वारा 14 जनवरी 2021 को सभी राज्यों को पत्र जारी कर बताया कि यह रोग एच 5 एन 1 इस प्रकार के एन्फ्लुएंजा वायरस के कारण विभिन्न प्रकार के पक्षियों में होता है. देश में इस बीमारी की दस्तक 2006 में पहली बार हुई थी.

तब से प्रतिवर्ष स्थानांतरित पक्षियों द्वारा इस रोग का फैलाव और संक्रमण देश के किसी न किसी स्थान पर पाया जाता रहा है. लेकिन अब तक देश में इस रोग के कारण एक भी व्यक्ति प्रभावित नहीं हुआ है. भारतीय खाद्य संस्कृति में ठीक तरीके से अंडे एवं मांस का सेवन किया जाता है. बर्ड फ्लू का वायरस 70 सेंटीग्रेट तापमान में 3 सेकंड में निष्क्रिय हो जाता है जिसके कारण अंडे और मांस को पकाये जाने से यह पूरी तरह से सुरक्षित है. बर्ड फ्लू के विस्तार पक्षियों में न बढ़े इसके लिए पशुसंवर्धन विभाग द्वारा रोग नियंत्रण के लिए सभी उपाययोजना की गई है. इसमें विशेष सावधानी बरती जा रही है.

गांवों का होगा सैनेटाइजेशन

प्रत्येक तहसील में पक्षियों में होने वाले बदलाव पर पैनी नजर रखी गई है. इसकी नियमित रूप से रिपोर्ट ली जा रही है. कौवे, तोते, बगुले और सभी स्थानांतरित पक्षियों के बीच असाधारण मृत्यु पर पशुसंवर्धन विभाग के साथ वनविभाग, सिंचाई विभाग इस तरह से जिला प्रशासन की ओर से ध्यान केन्द्रित किया जा रहा है. ब्लीचिंग पावडर उपयोग कर प्रत्येक गांव में सैनिटाइजेशन करने की मुहिम शुरू की गई है. पोल्ट्री शेड का सैनिटाइजेशन करने के लिए 2 प्रश सोडियम हायपोक्लोराइड पंचायत एवं स्वस्थ्य विभाग द्वारा सभी तहसीलों में उपलब्ध करके दिया गया है.

पशुपालकों, पोल्ट्री फार्मर को सतर्कता निर्देश

जिला पशुधन अधिकारी डा. ए.एन सोमनाथे ने बताया कि बर्ड फ्लू रोग के संक्रमण के पार्श्वभूमि पर सभी चिकन व्यवसायी, खुदरा और थोक विक्रेता, मुर्गी पालक एवं केन्द्र संचालक एवं परिसर के मुर्गी पक्षियों के किसान वर्ग को विशेष सूचना दी गई है. सभी प्रकार के जीवाणु और विषाणु को नष्ट करने के लिए धोने का सोडा, एन ए 2 सी ओ 3 सोडियम कार्बोनेट एक लीटर पानी में 7 ग्राम द्रवण तैयार कर पोल्ट्रीफार्म में छिड़काव करने निर्देश दिए गए हैं.