मनपा की आमसभा के खिलाफ पार्षद देशमुख का सभात्याग और मुंडन आंदोलन

  • जांच रिपोर्ट को कहा खोदा पहाड़ निकली चूहिया

Loading

चंद्रपुर. चंद्रपुर मनपा की सभा में पार्षद और जन विकास सेना के अध्यक्ष प्रदीप देशमुख ने क्वारंटाइन सेंटर को किये जा रहे भोजन आपूर्ति में घोटाले का आरोप कर जांच की मांग की थी। किंतु आज मनपा की सभा में जांच रिपोर्ट का पठन किया गया जिसके बाद देशमुख ने कहा खोदा पहाड़ निकली चूहिया कहकर सभात्याग कर मनपा के सामने मुंडन आंदोलन किया। वहीं कांग्रेसी पार्षद बेले ने सभा का निषेध किया है।

पिछली आमसभा में देश्मुख ने आरोप लगाया था कि मनपा को 100 दिनों में 60 लाख की चपत लगाई है आने वाले समय पर यह करोड़ों होने की संभावना व्यक्त कर जांच की मांग की थी। महापौर राखी कंचर्लावार ने उपायुक्त विशाल वाघ के माध्यम से मामले की जांच का आश्वासन दिया। आज गुरुवार की आमसभा में देशमुख ने भोजन घोटला जांच के संबंध में पूछा तो महापौर ने लेखा निरीक्षक गोस्वामी को जांच रिपोर्ट पढने का आदेश दिया। किंतु गोस्वामी के जांच रिपोर्ट पढने के साथ ही देशमुख ने उक्त प्रतिक्रिया दी।

देशमुख ने कहा कि सहज कैटरर्स द्वारा अप्रैल मई महीने में कम दर में भोजन, चाय, बिस्कुट, पानी की बोतल आपूर्ति काम शुरु था। तो ऐसा क्या हो गया कि आफलाईन निविदा जारी कर ऊंची कीमत में काम दिया गया। महापौर राखी कंचर्लावार इसका समाधानकारक जवाब नहीं दे सकी। 2 रुपए कीमत वाले पारले जी का बिस्कुट पूडा एमआरपी से अधिक कीमत में नहीं खरीद सकते किंतु मनपा ने 2 रुपए के बदले 5 और 5 रुपए का पूडे को 8 रुपए में खरीदने का पराक्रम किया है।

इसी प्रकार अनेक सामान ऊंची कीमत में खरीदी की गई। अपने मर्जी के ठेकेदार को काम देने के लिए यह सब उठापठक किया और सत्ताधारी इस भ्रष्टाचार पर परदा डालने का प्रयास का आरोप कर देशमुख ने सभात्याग कर मनपा के सामने मुंडन आंदोलन किया। इस अवसर पर पार्षद दीपक जायस्वाल, प्रदीप डे, जन विकास सेना के घनश्याम येरगुडे, देवराव हटवार, मनिषा बोबडे, अक्षय येरगुडे, आकाश लोडे, गितेश शेंडे, सचिन भिलकर, अमोल घोडमारे, सतीश येसांबरे, कविता अवथनकर आदि उपस्थित थे। मुंडन के पश्चात देशमुख ने महापौर राखी कंचर्लावार को एक निवेदन देकर सत्ताधारियों की भूमिका का निषेध कर उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।

कांग्रेस ने किया मनपा की सभा का निषेध

आज गुरुवार को मनपा की आनलाईन आमसभा ली गई। इस सभा में महज 4 से 5 पार्षद आपस में बातचीत कर रहे थे इससे साफ होता है कि यह महज भाजपा की मिटिंग है। एक ओर विवाह समारोह, मोर्चे, आंदोलन, साप्ताहिक बाजारों को अनुमति देकर शुरु किया गया है वहीं मनपा में सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन कर आमसभा ली जा सकती थी। किंतु महापौर के करीबी चुनिंदा पार्षदों को लेकर सभागृह में सभा ली गई। कोरोना की आड में मनपा ने बडे भ्रष्टाचार को छुपाने का प्रयास किया है। इस प्रकार सत्ताधारियों ने विपक्षियों की आवाज को दबा दिया और महज 20 मिनट में सभा निबटा दी गई। इसलिए आनलाईन सभा में उपस्थित न रहकर इस सभा का बहिष्कार कर कांग्रेस पार्षद देवेंद्र बेले ने मनपा भ्रष्टाचार के खिलाफ न्यायालय में याचिका दाखिल करने की चेतावनी दी है।