Corona Death
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    • अन्य अस्पताल में काटे चक्कर, फिर भी नही मिला बेड 

    चंद्रपुर. चंद्रपुर शहर के सभी अस्पताल में चक्कर काटने के बावजुद आक्सिजन बेड कही पर भी उपलब्ध नही होने से 2 कोरोना बाधित मरिजों ने आखिरकार कोरोना से संघर्ष करते हुए चौपहीया वाहन में ही दम तोड दिया. जिले में एक ओर बसस्टैंड पर दम तोडने की घटना को एक_दो दिन होते नही की यह घटना होने से जिले में कोरेाना की भयावह स्थिति का विदारक दृष्य दिखाई दे रहा है. 

    चंद्रपुर निवासी 40 वर्षीय एक व्यक्ति का रिपोर्ट कोरेाना पाजिटीव आनेपर रविवार को उनका स्वास्थ अचानक बिघड गया. उनके रिश्तेदारों ने उन्हे स्वयं के चोपहीया वाहन में डालकर शहर के सभी अस्पताल में आक्सिजन बेड के उपलब्धता हेतु चक्कर काटे परंतु पहले की मरिजों की संख्या बढने से उन्हे आक्सिजन बेड उपलब्ध नही हो पाया. परंतु अंत तक उन्हे किसी भी अस्पताल में बेड नही मिलने से अंत में सोमवार की सुबह उन्होने स्वयं अल्टो कार में ही दम तोड दिया. 

    तो दूसरी घटना में दो दिन पहले भद्रावती के जैन मंदिर कोविड सेंटर की एक 60 वर्षीय महिला की रिपोर्ट पाजिटीव आने से उपचार ले रही थी. परंतु उसका स्वास्थ अचानक बिघडने से उसे चंद्रपुर में रेफर करने की बात डाक्टर ने लिखित तौर पर दी. डाक्टर के कहने पर महिला को एम्बुलन्स में रखकर चंद्रपुर मेडीकल कालेज समते सभी अस्पताल में ले जाया गया. परंतु कही पर भी बेड खाली नही होने से आखिरकार महिला ने एम्बुलन्स में ही दम तोड दिया.  

    चंद्रपुर जिले में आक्सिजन बेड की कमी के चलते मरिजों को अस्पतालों में दर_दर की ठोकरे खानी पड रही है. जिले की परिस्थिति दिन ब दिन खराब होती जा रही है. जिला प्रशासन व स्वास्थ प्रशासन के नियोजन के अभाव के चलते नागरीकों को जान गवानी पड रही है. ऐसे में सत्ताधारी व विरोधकों ने किसी भी प्रकार की राजनिति ना करते हुए एक होकर कोविड अस्पताल को निर्माण कर मरिजों को आक्सिजन बेड व वेंटीलेटर बेड मुहैय्या कराने की आवश्यकता है.