गोसेखुर्द प्रकल्प का पानी कृषि के लिए देने की मांग, शिवसेना का कृषिमंत्री को निवेदन

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ब्रम्हपुरी. पूर्व विदर्भ में अधिकांश किसानों का जीवन कृषि पर निर्भर है. गत रबी मौसम में अवकाली बारिश के कारण किसानों का बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ. किसानों के मूंह तक आया निवाला छीन गया. खरीफ में भरपूर उत्पन्न की आशा में किसानों ने खेतों में मेहनत की है. परंतु मानसून के लहरीपन से फसलों का नुकसान होने की संभावना है. जिले के ब्रम्हपुरी, नागभीड़, चिमूर, सावली, सिंदेवाही तहसील में खेतों में धान, सोयाबीन, कपास, तील, हलदी, नगदी फसल के रूप में सब्जी भाजी की फसल ली गई है. बारिश के थमने से अंकुरित फसल नष्ट होने के कगार पर है.

विदर्भ के किसानों के लिए वरदान साबित हो रहे गोसेखुर्द प्रकल्प का पानी नहर से छोड़ा जाए तो किसानों की फसल नष्ट होने से बच सकती है. इसी तरह ब्रम्हपुरी तहसील में एक जुलाई से बंद समर्थन मूल्य धान खरीदी केन्द्र तुरंत शुरू किए जाए, महात्मा ज्योतिबा फुले कर्ज माफी योजना का लाभ नियमित कर्ज भरनेवाले किसानों को भी दिया जाए इन मांगों को लेकर शिवसेना जिला प्रमुख नितीन मत्ते के मार्गदर्शन में चिमूर विधानसभा क्षेत्र के शिवसेना उपजिला प्रमुख प्रा. अमृत नखाते ने राज्य में कृषि सप्ताह के मौके पर चंद्रपुर जिले के दौरे पर महाराष्ट्र राज्य के कृषिमंत्री दादाजी भुसे को दिए ज्ञापन में की है.

इस अवसर पर उपतहसील प्रमुख ब्रम्हपुरी डा. रामेश्वर राखडे, विभाग प्रमुख मोरेश्वर अलोने, भोजराज ज्ञानबोनवार, तहसील प्रमुख नागभीड़, मंगेश कावले, शहर प्रमुख नागभीड़, वक्किी मुकाम पूर्व शहर प्रमुख नागभीड़, बंडू पांडव, तहसील उपप्रमुख नागभीड़ नाना अमृतकर, गिरीश पांडव, अजीत गोडे, युवा सेना तहसील प्रमुख नागभीड़ नाजिम शेख, उपशहर प्रमुख नागभीड़, बालू सातपुते, युवा सेना उपजिला प्रमुख चिमूर, संतोष कामडी, बंडू पारखी, सचिव चिमूर आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे.