Dengue Death In Delhi : Dengue havoc in Delhi, first death due to infection
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    चंद्रपुर. जिले में एक तरफ कोरोना की तीसरी लहर को लेकर कई तरह की आशंकाएं जतायी जारही है. वहीं दूसरी ओर बारिश में पनपनेवाली सबसे घातक बीमारी डेन्गू भी अपना असर दिखा रही है.

    जिले में अब तक डेन्गू के 50 से अधिक रोगी पाये गए है. इनमें सर्वाधिक रोगी चंद्रपुर शहर से पाये गए है. कोरोना के बीच डेन्गू का भी असर बढने से लोगों की समझ में नहीं आ पा रहा है कि इन दोनों बीमारियों में से उन्हें कौनसी बीमारी ने घेर लिया है. कोरोना और डेन्गू दोनों के लक्षण एक जैसी ही है.

    डेन्गू मच्छर काटने के बाद कुछ दिनों में संबंधित व्यक्ति को सर्दी, खांसी और बुखार आने लगता है. इस तरह के प्राथमिक लक्षण कोरोना के भी है. इसलिए जिस किसी को सर्दी,खांसी और तेज बुखार आरहा हो वे इसे हलके में ना ले तुरंत चिकित्सक को दिखाऐ ऐसी सलाह स्वास्थ्य विभाग ने दी है.

    उल्लेखनीय है कि मानसून में निरंतर बारिश होने से घरों और आसपास के क्षेत्र में जलभराव होने के बाद इसमें मच्छरों की उत्पत्ति होने से मलेरिया, डेन्गू बीमारी अपना असर दिखाने लगती है. प्रतिवर्ष जुलाई से लेकर सितंबर के बीच मच्छर जनित बीमारियों का प्रकोप बढता है.

    पिछले वर्ष कोरोना का संकट छाया हुआ था जिससे कड़ा लॉकडाऊन लगाये जाने से अधिकांश लोग घरों में रहे और और मानसून में कोरोना के खतरे से बचने के लिए साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जिसके कारण मच्छर जनित बीमारियों का प्रकोप उतना अधिक नजर नहीं आया परंतु इस वर्ष कोरोना की दूसरी लहर के समाप्ति के कारण लॉकडाऊन में शिथिलता ने लोगों को कुछ ज्यादा ही लापरवाह बना दिया है. इसके चलते भले ही कोरोना का असर कम हो गया है परंतु डेन्गू का असर बढता जारहा है. डेन्गू और कोरोना के लक्षण एक जैसे होने से अधिकांश लोग इस तरह का लक्षण पाये जाने पर अपनी कोरोना जांच करा रहे है और डेन्गू की जांच के प्रति लापरवाही बरत रहे है.

    स्वास्थ्य विभाग कीओर से लोगों को सलाह दी गई है कि सर्दी, खांसी, बुखार आदि के लक्षण नजर आने पर कोरोना के साथ डेन्गू की भी जांच कराये. डेन्गू होने पर व्यक्ति को सीधे तौर पर 104 डिग्री तक बुखार आता है., भीषण सिरदर्द, नसों, हड्डियों, जोडों में दर्द, आंखों में जलन आदि लक्षण है वहीं कोरोना में सर्दी, खांसी, बुखार प्राथमिक लक्षण है इसके अलावा सुगंध या बदबू का अहसास ना होने, भोजन स्वादिष्ट ना लगने के लक्षण है.  कोरोना के लिए रैपिड एन्टीजन और आरटीपीसीआर जांच करायी जाती है. वही डेन्गू के लिए एन.एस. 1 एन्टीजेन, आयजीजी आईएम अन्टी बॉडीज जांच की जाती है.

    जिले में अब तक कोरोना के हजारों मरीज मिल चुके है. इनमें से 1534 मरीजों ने दम तोड़ा है. लाखों लोगों ने कोरोना की जांच कराई है. वहीं डेन्गू के मामले में वर्ष 2019 में  465 मरीज, 2020 में 204 मरीज और इस वर्ष अब तक  50 से अधिक मरीज पाये गए है.

    जिस तरह कोरोना से बचने के लिए तीनसूत्री अमल मास्क पहनने, सैनिटाईजर का इस्तेमाल करने और सोशल डिस्टसिंग बनाये रखना जरूरी है. उसी तरह मच्छर जनित बीमारियों से बचने के लिए अपने आसपास पानी जमाव ना होने देने, साफ पानी को ढंककर रखने, पेयजल को उबालकर पीने, रात में सोते समय शरीर भर वस्त्र पहने रहने, मच्छरदानी का इस्तेमाल करने आदि जरूरी है.