वीडियों कान्फ्रसिंग में हुई सीएम की आंदोलनकारी से चर्चा, आंदोलनकारियों ने कहा नियुक्ति पत्र के बाद ही उतरेंगे

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चंद्रपुर. समीपस्त सीटीपीएस की चिमनी पर चढे आंदोलनकारी के साथ क्षेत्रीय विधायक किशोर जोरगेवार की अध्यस्ता से प्रदेश के मुख्यमंत्री के साथ 4.16 मिनट की वीडियो कान्फ्रसिंग चर्चा हुई है. इसकी पुष्टी सीटीपीएस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने भी की है. 10-15 वर्षो बाद भी चंद्रपुर जिले के 652 प्रकल्प पीडितों के साथ राज्य के 1170 कर्मचारी नौकरी की प्रतीक्षा में है. इसी मांग के लिए  बुधवार की सुबह आंदोलनकारी सीटीपीएस की चिमनी में चढ गए थे. क्षेत्रीय विधायक किशोर जोरगेवार लगातार उनके संपर्क में थे. आज दोपहर उनकी मध्यस्ता से मुख्यमंत्री के साथ वीडियों कान्फ्रसिंग पर चर्चा हुई है.

वहीं चिमनी पर चढे आंदोलनकारी परेश भगतकर ने साफ तौर पर कहा है कि जब तक उन्हे नियुक्तिपत्र नहीं दिया जाता तब तक वे और उनके सहयोगी चिमनी से नहीं उतरने वाले है. आज दूसरे दिन तक भोजन, पानी न मिलने से दो महिलाओं के स्वास्थ्य में गिरावट आई है. आंदोलनकारी ने कहा कि 4-5 महीने पूर्व 15 से 16 लोग आंदोलन कर रहे थे चंद्रपुर के सांसद बालु धानोरकर ने अनशन मंडप को भेंट देकर सकारात्मक नतीजे का भरोसा देकर अनशन समाप्त कराया था. किंतु हाल के दिनों में जिले के जनप्रतिनिधियों के पास जाकर अपनी व्यथा सुनाये तो  सभी का एक ही जवाब था.

कोरोना फैला है किंतु प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश के अयोध्या में जाकर भगवान श्रीराम मंदिर की नींव रखी क्या उन्हे कोरोना का डर नहीं है? जिन लोगों ने भेंट दी उन्हे  कोरोना का डर नहीं? आंदोलनकारी चिमनी में जहां पर चढे है वहां की बिजली आपूर्ति ठप कर दी है जिससे आंदोलनकारियों के मोबाइल रिचार्ज न हो सके. क्योंकि आंदोलनकारी मोबाइल की सहायता से प्रसार माध्यम के संपर्क में है. 

सीटीपीएस के अधिकारी ने की पुष्टि
सीटीपीएस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस मामले में मुख्यमंत्री से 4.16 मिनट की चर्चा हुई है. शुक्रवार को ऊर्जामंत्री और पालकमंत्री, सीटीपीएस के 5 प्रतिनिधियों के साथ वीडियो कान्फ्रसिंग के माध्यम से चर्चा होगी. क्योंकि प्रदेश भर के 1170 कर्मचारियों के साथ जिले के 652 कर्मचारियों के नियुक्ति का मामला है. जिसके आदेश मुंबई मुख्यालय से मिलने के बाद ही नियुक्ति होगी.