किसानों को बोनस वितरित करें, पालकमंत्री वडेट्टीवार से निमगड़े ने की मांग

    Loading

    गोंडपिपरी . तहसील के अधिकांश लोग खेती पर निर्भर है. तहसील के धान उत्पादक किसानों ने फसल को शासकीय अनाज खरीदी केंद्र पर बेचा. किंतु उन्हें अब तक बोनस की राशि प्राप्त नहीं हुई है. लाकडाउन के चलते लोगों का रोजगार डूब गया है. खरीफ मौसम शुरू है. ऐसे में किसानों को आर्थिक समस्या का सामना करना पड़ रहा है. इसलिए सरकार से घोषित बोनस किसानों को जल्द से जल्द वितरित करने की मांग जिला कांग्रेस के सचिव कमलेश निमगड़े ने की. उन्होंने इस संबंध में पालकमंत्री विजय वडेट्टीवार को ज्ञापन सौंपा.

    खरीफ मौसम में पैसों की जरूरत

    ज्ञापन में बताया गया कि तहसील में खेती के अलावा रोजगार का दूसरा कोई साधन नहीं है. खेती का मौसम खत्म होने पर तहसील के लोग रोजगार की तलाश में दर भटकते हैं. ऐसे में लाकडाउन लगने पर उन्हें आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. अब राज्य सरकार व जिला प्रशासन ने अनलाक करने से किसान वर्ग खेती के कार्य में जुट गए हैं. वर्ष 2020-21 के खरीफ मौसम में अधिकांश किसानों ने तहसील के शासकीय अनाज खरीदी केंद्र पर धान बेचा है. इन किसानों को 50 क्विंटल तक मिलने वाला 700 रुपए बोनस अब तक नहीं मिल पाया है. खरीफ मौसम में बीज, खाद, कीटकनाशक आदि की खरीदी के लिए किसानों को पैसों की जरूरत है.

    700 रुपए की हुई थी घोषणा

    खेती की मजदूरी बढ़ने से खेती करना मुश्किल हो रहा है. पहले ही आर्थिक संकट में फंसे किसानों को मदद करने के लिए राज्य सरकार ने प्रति क्विंटल 700 रुपए बोनस देने की घोषणा की थी. किंतु किसानों के खाते में पैसे आने में विलंब हो रहा है. इससे किसानों में नाराजगी दिखाई दे रही है. किसानों को जल्द से जल्द बोनस वितरित करने की मांग जिला कांग्रेस के सचिव निमगड़े ने पालकमंत्री वडेट्टीवार से की.

    प्रतिनिधिमंडल में अनुसूचित जाति के राजुरा विधानसभा अध्यक्ष सचिन फुलझेले, कांग्रेस के पूर्व तहसील अध्यक्ष राजीव सिंह चंदेल, करंजी के सरपंच सरिता पेटकर, ग्रापं सदस्य समीर निमगड़े, कांग्रेस के तहसील उपाध्यक्ष व आक्सापुर के ग्रापं सदस्य महेंद्र कुनघाड़कर आदि उपस्थित थे.