- आग से जले बांस संशोधन और प्रशिक्ष्ण केन्द्र का लिया जायजा
- भले ही सीमेंट का बने पर देखना चाहिए बांस जैसा
चंद्रपुर: चिचपल्ली के बांस शिक्षण एवं प्रशिक्षण केन्द्र यह चंद्रपुर जिले का गौरव विश्वस्तर पर हो इस पध्दति का प्रकल्प है. रोजगार निर्मिति के प्रक्रिया में यह प्रकल्प निश्चित तौर पर मील का पत्थर साबित होगा. इस प्रकल्प के स्थापना के काम में जरा सी भी चूक नहीं हो, भविष्य में आग से प्रकल्प के इमारत का पूर्ण रूप से संरक्षण हो इसका विस्तृत अध्ययन कर इस दृष्टि से उपाययोजना की जाए ऐसे निर्देश विधिमंडल लोकसेवा समिति के प्रमुख, पूर्व वित्त एवं वनमंत्री विधा. सुधीर मुनगंटीवार ने दिए. उन्होने यह भी कहा कि बांस का बनाने से आग की घटना की पुनरावृत्ति होने की संभावना है तो इसे भले ही सीमेंट का बनाया जाए परंतु बांस जैसा दिखना चाहिए.
आज 16 मार्च को विधा. सुधीर मुनगंटीवार ने चिचपल्ली के बांस संशोधन केन्द्र को भेट देकर निरीक्षण किया. बांस संशोधन एवं प्रशिक्षण केन्द्र के जो समस्या है इनके संबंध एक प्रस्तुतकरण तैयार करने के निर्देश उन्होने इस समय दिए. उक्त प्रस्तुतिकरण केन्द्रीय वन और पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावडेकर के समक्ष प्रस्तुत कर यह केन्द्र अंतर्राष्ट्रीय दर्जे का हो इस दृष्टि से प्रयास किए जाने की बात विधा. सुधीर मुनगंटीवार ने कही.
फिर से नयी इमारत स्थापित करते हुए यदि सीमेंट की बनानी भी हो तो इसका दर्शनीय स्वरूप बांस जैसा होना चाहिए ऐसा मुनगंटीवार का कहना है इसके लिए आवश्यक निधि की मांग विभाग करें, इस संदर्भ में पत्राचार करने की बात उन्होने कही. इस समय चंद्रपुर वनवृत्त के मुख्य वनसंरक्षक प्रवीण, बांस संशोधन एवं प्रशिक्षण केद्र की संचालक अपर्णा, सार्वजनिक निर्माणकार्य मंडल की अधीक्षक अभियंता सुषमा साखरवाडे, कार्यकारी अभियंता भास्करवार, भाजपा नेता रामपाल सिंह, जिला परिषद सदस्य गौतम निमगडे आदि प्रमुखता से उपस्थित थे