ब्लास्टिंग के कारण खेत में कुआं धंसा

  • किसान का आर्थिक नुकसान

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राजुरा. राजुरा-वेकोलि के शक्तिशाली ब्लास्टिंग के कारण राजुरा तहसील के निंबाला स्थित किसान विठ्ठल पाल के खेत का कुआं धंस गया जिससे ऐन रबी मौसम में किसान पर आर्थिक संकट आ गया है.

कोयले का अधिकाधिक उत्खनन करने के लालच में वेकोलि प्रशासन द्वारा शक्तिशाली बारूद का उपयोग कर ब्लास्टिंग की जाती है. परिणाम स्वरूप आसपास के क्षेत्र के घरों में ब्लास्टिंग  की वजह से दरारे हो गई है. सोमवार की सुबह राजुरा तहसील के निंबाला के किसान विठ्ठल पाल के खेत में 30 फूट गहरा कुआ वेकोलि के शक्तिशाली ब्लास्टिंग की वजह से धंस गया. इसके चलते विठ्ठल पाल का लगभग डेढ लाख रुपयों का नुकसान हुआ है.

इस समय रबी का मौसम शुरू है. फसलों को पानी देने की आवश्यकता है. ऐसे में सोमवार को ब्लास्टिंग के कारण विठ्ठल के खेत में स्थित कुआं धंसने से फसल को कैसे बचाये यह प्रश्न उनके समक्ष आ खड़ा हो गया है.

वेकोलि की ब्लास्टिंग धोखादायक

गोवरी, पोवनी, सास्ती, गोयेगांव परिसर में बड़े पैमाने पर भूमिगत एवं खुली कोयला खदानें है. कोयला उत्खनन के लिए वेकोलि की ओर से वक्त बेवक्त शक्तिशाली ब्लास्टिंग की जाती है, इसके चलते यहां नई इमारतें कम समय में ही क्षतिग्रस्त हो चुकी है, ब्लास्टिंग की वजह से कई बार जानलेवा घटनाएं हुई है मात्र वेकोलि प्रशासन इस गंभीर समस्या पर ध्यान देने को तैयार नहीं है.

प्रभावित किसान निंबाला निवासी विठ्ठल पाल का कहना है कि वेकोलि के शक्तिशाली ब्लास्टिंग की वजह से उनके खेत में कुआं धंस गया है. ऐन रबी हंगाम में फसल को पानी देने के समय ही यह संकट आया  है. उनका लगभग  डेढ लाख का नुकसान हुआ है.