चंद्रपुर. ग्रामीण क्षेत्र में बड़े पैमाने पर कोरोना बाधित पाये जा रहे है. इन्स्टिटयूशनल क्वारंटाईन एवं अन्य कोरोना संदर्भ में उपाययोजना के लिए गांव स्तर पर पेश आ रही अड़चनों को दूर करने के लिए पालकमंत्री विजय वडेट्टीवार ग्रामपंचातयों को सहायता करने की भूमिका ली है. चंद्रपुर जिले की सभी 828 ग्रामपंचायतों में प्रत्येक ग्रामपंचायत को 25 हजार रूपयों की निधि उपल्ब्ध करके दी जाएगी.
जिला नियोजन समिति मार्फत जिला वार्षिक योजना से वर्ष 2020-21 में यह निधि स्वास्थ्य अधिकारियों के मार्फत एवं उक्त योजना की उपयुक्तता की जांच कर उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी पंचायत को उपलब्ध करके दी जाएगी. गांव स्तर पर कोरोना संदर्भ में संस्थात्मक अलगीकरण करते हुए एवं अन्य प्राथमिक सुविधा उपलब्ध कराने के लिए अनेक ग्रामपंचायतों को अड़चनें पेश आ रही थी. प्रतिबंधात्मक उपाययोजना के लिए गांव में इसके चलते अनावश्यक तनाव निर्माण ना हो , किसी भी बाहरी नागरिकों को असुविधा ना हो, इसके लिए पालकमंत्री विजय वडेट्टीवार ने पहल की है. उक्त निधि केवल कोरोना उपाययोजना के लिए ही खर्च की जाए ऐसे स्पष्ट निर्देश उन्होने दिए है.
इस संदर्भ में विभिन्न ग्रामपंचायत एवं सरपंच की ओर से ग्रामपंचायत को न्यूनतम खर्च मिले ऐसी अपेक्षा जतायी गई थी. इस संदर्भ में अनेक सरपंचों ने भी मांग की थी. पालकमंत्री विजय वडेट्टीवार के निर्वाचन क्षेत्र ब्रम्हपुरी तहसील के ग्रामीण क्षेत्र से बड़े पैमाने पर इस तरह की मांग उठी थी. इन सभी मांगों पर विचार कर उन्होने सम्पूर्ण जिले की सभी ग्रामपंचायतों को इसका लाभ मिले ऐसा आवाहन किया. इसके चलते जिले में 828 ग्रामपंचायतों को 1 करोड़ 4 लाख रूपयों की निधि प्रत्येक को 25 हजार के हिसाब से वितरित की जाएगी. इस संदर्भ में जिलाधिकारी डा. कुणाल खेमनार ने 30 जून को आदेश जारी किए है. संस्थात्मक अलगीकरण वाले नागरिकों की सुविधा के लिए इस निधि का उपयोग हो ऐसी अपेक्षा सरकार ने व्यक्त की है. इससे पूर्व संस्थात्मक अलगीकरण में स्कूल , समाज मंदिर में रखे गए बाधितों पर खर्च करते हुए ग्रामपंचायतों को अलग अलग योजना से निधि का उपयोग करना पड़ता था. इसके चलते पालकमंत्री ने यह महत्वाकांक्षी निर्णय लिया है.