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    • हिंसक जानवरों के हमले में तहसील में 6 वीं और जिले में 28 वीं मौत

    मूल. मवेशिया चराने एक किसान पर बाघ के हमला करने की घटना तहसील के टेकाडी में घटी है. इस घटना से परिसर में दहशत का वातावरण निर्माण हो गया है. इस बीच खरीफ के सीजन में किसानों पर और बाघ के हमले न हो इसलिए बाघ के बंदोबस्त की मांग परिसर के ग्रामीणों ने की है. इस घटना के साथ ही मूल तहसील में हिंसक जाननर के हमले में मरने वालों की संख्या 6 और  जिले में 28 हो गई है.

    तहसील के टेकाडी ग्राम निवासी घाटू वलगू भोयर (70) नित की भांति 24 जुलाई को अपने मवेशिया चराने के लिए गांव से सटे मालगुजारी तालाब के पास जंगल में गया था. जंगल में मवेशी चर रहे थे इस बीच बाघ दबिश देकर बैठे बाघ ने घाटू भोयर पर हमला कर दिया जिसमें उसकी मौत होगई है. शाम के समय पर मवेशी वापिस घर आ गए. किंतु घाटू भोयर के वापिस न आने पर परिजनों को चिंता लगी.

    शाम को ही ग्रामीणों के सहयोग से उसकी तलाश शुरु की. किंतु जल्द अंधेरा होने से उन्हे सफलता नहीं मिली. इसलिए आज रविवार की सुबह पुन: भोयर की तलाश शुरु की गई. इस दौरान सादागड बिट के कक्ष क्रं. 305 में घाटू भोयर का शव झाडियों के पास मिला है. इसकी सूचना वनविभाग को मिलने पर सावली वनपरिक्षेत्र अधिकारी वसंत कामडी अपने दल के साथ मौके पर पहुंचे. सूचना मिलने पर मूल पुलिस स्टेशन की टीम भी मौके पर पहुंची और शव का पंचनामा कर शव विच्छेदन के लिए भेज दिया.

    मृतक घाटू भोयर के परिवार को वनविभाग की ओर से वनपरिक्षेत्र अधिकारी वसंत कामडी के हाथों तत्काल सहायता के रुप में 25,000 रुपए दिए गए. इस अवसर पर क्षेत्र सहायक  विनोद धुर्वे, वनरक्षक रूपेश बैनलवार, सरपंच सतिश चौधरी, पुलिस पाटील प्रमोद बोमनवार, सामाजिक कार्यकर्ता  मंगेश पोटवार, बंडु गोहणे आदि उपस्थित थे. इस अवसर पर ग्रामीणों ने हिंसक जानवरों से जनहानि न हो इसके लिए तत्काल बाघ के बंदोबस्त की मांग की है.