- राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ के महाअधिवेशन में पटोले का प्रतिपादन
चंद्रपुर. राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ का 5वां महाअधिवेशन वेबिनार के माध्यम से आयोजित किया था. अधिवेशन का उद्घाटन महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष नाना पटोले के हाथों किया गया. समारोह में बिहार राज्य के पुर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, चंद्रपुर जिले के पालकमंत्री विजय वडेट्टीवार, प्रमुख वक्ता के तौर पर राष्ट्रीय पिछडे वर्ग आयोग के पुर्व अध्यक्ष तथा उच्च व तंत्रशिक्षण विभाग आंध्र प्रदेश के अध्यक्ष जस्टीस व्ही. ऐश्वर्या , मध्यप्रदेश के आयुक्त व सचिव पी.नरहरी, तेलंगाना राज्य के सचिव डा. आर एस प्रवीण कुमार तथा लीड इंडिया फाऊंडेशन के अध्यक्ष डा. हरी ईपन्नापल्ली व राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. बबनराव तायवाडे आदि उपस्थित थे.
महाअधिवेशन में देश के विभीन्न राज्य से आए 2500 नेता व कार्यकर्ता सहभागी हुए थे. तथा दो करोड लोगों ने युटयुब, फेसबुक व विविध चैनेल के माध्यम से लाईव का लाभ लिया.
डाक्टर बबन तायवाडे ने प्रास्ताविक से 70 वर्ष से ओबीसी समाज को अबतक सत्ता पर आयी प्रत्येक केंद्र सरकार ने संवैधानिक अधिकार से वंचित रखने की जानकारी दी. 7 अगस्ट 1990 को मंडल आयोग व्ही.पी. सिंग ने लागु किया. उस निम्मीत्त से हर वर्ष राष्ट्रीय ओबीसीस महासंघ 7 अगस्त को महाअधिवेशन आयोजन किया जा रहा है. कोरोके चलते 5वां महाअधिवेशन वेबिनार द्वारा लिया जा रहा है. ओबीसी समाज को न्याय मांगने का प्रस्ताव केंद्र व राज्य सरकार के पास पेश कर ओबीसी समाज को न्याय दिलाने का प्रयास इस अधिवेशन से किया जा रहा है.
अधिवेशन के उद्घाटन समारेाह में नाना पटोले ने राज्य में चल रही उच्च शैक्षणिक संस्था की भरती प्रक्रिया केंद्र सरकार की बिंदु नियमावली के अनुसार किए जाने तथा ओबीसी समाज की जातिनीहाय जनगनना करने पर महाराष्ट्र विधानसभा में अशासकीय प्रस्ताव लाकर केंद्र शासन को उस तरह का प्रस्ताव भेजने की जानकारी दी गयी तथा केंद्र में ओबीसी मंत्रालय शुरू करने की मांग पटोले ने की है. बिहार के पुर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ अधिवेशन में सहभागी कराने पर आभार माना. जिले के पालकमंत्री विजय वडेट्टीवार ने महाविकास आघाडी सरकार की ओर से मुख्यमंत्री ठाकरे ने ओबीसी खाते की जिम्मेदारी देने पर आभार माना. व जल्द ही महाज्योती अंतर्गत ओबीसी समाज को युपीएससी_एमपीएससी तथा अन्य स्पर्धा योजना व प्रत्येक जिले में लडकों के लिए 1 व लडकीयों के लिए विभीन्न छात्रावास जल्द ही शुरू करने का आश्वासन दिया. राष्ट्रीय पिछडे वर्ग के पुर्व अध्यक्ष जस्टीस व्हीं ईश्वरैया ने ओबीसी समाज पर होनेवाले अन्याय पर प्रकाश डाला. ओबीसी की नॉन क्रिमीलेअर की शर्त रद्द करने की मांग की. केंद्र सरकार में अभी भी 27% में से केवल 13 % रिक्तियों पर नियुक्ती की है. व केंद्र सरकार ने ओबीसी समाज की जात निहाय जनगणना किए बगैर रोहिणी आयोग लागु ना करने की मांग की.
सभी वक्ताओं ने भाषण के माध्यम से समाज की जात निहाय जनगणना करने की मांग की व केंद्र में स्वतंत्र मंत्रालय स्थापित करने, नान क्रिमीलेअर के लिए सामाजिक न्याया विभाग में स्थापित बी पी शर्मा कमिटी रद्द करने की मांग की गयी.
वेबीनार की संपुर्ण व्यवस्था लीड इंडिया के चेअरमन डा. हरी ईपन्नापली ने अमेरीका से उनकी संपुर्ण टिम ने की. कार्यक्रम का संचालन डा. हरी ईपन्नापली ने किया. आभार एड. रेखा बाराहाते ने माना. अधिवेशन के सफलतार्थ डाक्टर खुशालचंद्र बोपचे, महासचिव सचिन राजुरकर, समन्वयक डाक्टर अशोक जीवतोडे , डा सुधाकर जाधव, उपाध्यक्ष प्राध्यापक शेषराव येलेकर, शरद वानखेडे , गुनेश्वर आरीकर, खेमेन्द्र कटरे रोशन कुंभलकर ,निलेश कोडे, बबनराव फंड, बबनराव वानखेडे, रुचित वाढरे, शकील पटेल, प्रा संजय पन्नासे, कल्पना मानकर, ठाकरे व देश के सभी ओबीसी संगठन ने सहयोग दिया.