जिले में शहर समेत गांव में शराबबंदी हटने पर व्यक्त की प्रतिक्रिया

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    चंद्रपुर. जिले में शराबबंदी के दौरान बडे पैमाने पर अवैध शराबबिक्री हो रही थी. परिसर के हर गल्ली से लेकर सभी और ब्लैक में शराब बेची जा रही थी. शराब बेचने में शहर व गांव में महीला व युवकों से लेकर बच्चे में पिछे नही थे. शराब बेचनेवालों से मिल रही धमकीयों से परिसर तथा गांव में असुरक्षितता का वातावरण निर्माण हुआ था. 4 दिन पहले चंद्रपुर शहर के इंदिरा नगर परिसर में अवैध शराबबिक्री से त्रस्त महीलाओं ने शराब बेचनवाले परिवार के घर पर हल्लाबोल आंदोलन किया था. परंतु जैसे ही जिले से शराबबंदी हटने का निर्णय राज्य सरकार द्वारा लिए जाने पर इन महीलाओ पर आनंद छाया रहा. 

    गलीयों में बेचे जानेवाले शराबबिक्री पर अंकुल लगेगा

    शराबबंदी के दौरान दिनभर मजदूरी करने के बाद एक गिलास शराब पीने पर घर में पत्नी के हाथ गीने चुने पैसे देते थे. परंतु अब दूकाने शुरू होने से शराब सस्ते में बेची जायेगी तथा घर में अधिक पैसे मिलेंगे. परिसर में सुरक्षित वातावरण निर्माण होकर सभी को रोजगार मिलेंगे ऐसी प्रतिक्रिया इंदिरा नगरवासी महिला व युवकों ने दी. इंदिरा नगर में शराबबिक्री काफी बढने से लोगों की भीड जुटती थी. महीलाओं का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया था. अब शराबबंदी हटने से गलीयों में बेचे जानेवाले शराब बिक्री पर अंकुश लगेगा. 

    शराबबंदी को लेकर नेताओं ने लगाई जिले की वाट: झोडे  

    महाराष्ट्र सरकार ने मंत्रीमंडल के निर्णय में चंद्रपुर जिले की शराबबंदी हटाने का निर्णय लिया. पिछले 6 वर्ष जिले में शराबबंदी थी. इन 6 वर्ष में काफी अवैध धंदे बढ गए है. पूर्व वित्तमंत्री मुनगंटीवार ने शराबबंदी से होनेवाले परिणामों का विचार ना करते हुए जिले में शराबबंदी घोषित की. पिछले 6 वर्ष में शराबबंदी से अपराध में वृध्दी होने के लिए पूर्व व विद्यमान पालकमंत्री जिम्मेदार है इसलिए इन्होने चंद्रपुर जिलावासियों की माफी मांगने की मांग वंचित बहुजन आघाडी के नेता राजु झोडे ने की है. 

    शराबबंदी हटाने के निर्णय का स्वागत शराबबंदी: विजय कोरेवार

    चंद्रपुर जिले में शराबबंदी लागू होने के बाद ब्लैक व अवैध शराब नही मिलेगी. जिले में शांतता निर्माण होगी इस उद्देश से शराबबंदी की मांग की गई. परंतु इसका विपरित असर हुआ. जहां वहां अवैध शराब मिलना शुरू हो गया. अपराधिक घटनाओं में वृध्दी हुई. शराबबंदी हटाने के निर्णय का सावली के पंचायत समिति सभापति व जिला शराबबंदी आंदेालन के कार्यकर्ता विजय कोरेवार ने स्वागत किया. 

    राज्य सरकार ने  लिया निर्णय गलत: विवादमुक्त समिति अध्यक्ष 

    चंद्रपुर जिले में शराबबंदी घोषित होने के बाद अपराधों पर अंकुल लगा था. गई गांव शराबमुक्त होने से शांतता फैली हुई थी. परंतु अब पुरानी स्थिति पुन: निर्माण होने की संभावना जिबगांव ग्रापं सदस्य तथा महात्मा गांधी विवादमुक्त समिति अध्यक्ष राकेश गोलेपल्लीवार ने व्यक्त की. 

    शराब बेचनेवालों की संख्या में होगी वृध्दी : सरपंच दामिनी चौधरी 

    चंद्रपुर जिले में शराबबंदी घोषित होने के बाद शराब पिनेवालों की संख्या कम हुई थी. शराबबंदी से कई परिवार में आनंद था. परंतु अब शराबबंदी हटाने से शराब बेचनेवालों में वृध्दी होगी. कई परिवार ध्वस्त होंगे. यह निर्णय जिले के लोगों के व हजारों महीलाओं के सन्मान के विरोध में होने की जानकारी अहेरनवरगांव ग्रापं सरपंच दामिनी चौधरी ने दी.