कोराना काल में किसानों ने मेहनत की इसलिए अन्य जी पाए: वडेट्टीवार

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    • खेत पर जाकर पालकमंत्री ने किया किसान संवाद

    चंद्रपुर. पालकमंत्री विजय वडेट्टीवार ने कहा कि सम्पूर्ण विश्व और देश कोरोना महामारी के कारण पूरी तरह से थम सा गया है. इसका अर्थव्यवस्था पर असर हुआ है. इस संकट में भी केवल कृषि क्षेत्र एक उम्मीद था, कोरोनाकाल में किसानों ने मेहनत की इसलिए अन्य जी पाए. 

    ब्रम्हपुरी तहसील के बेटाला में किसान के खेत पर आयोजित किसान संवाद में वे कोल रहे थे. कृषि विभाग की ओर से बेटाला के नरेंद्र ढोंगे के खेत में यह कार्यक्रम लिया गया. इस समय जि.प. सदस्य स्मिता पारधी, राजेश कांबले, न.प. सभापति विलास विखार , जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी भाऊसाहब बरहाटे, तहसीलदार विजय पवार, उपविभागीय कृषि अधिकारी आर.टी. जाधव, तहसील कृषि अधिकारी पी.डी. खंडाले आदि उपस्थित थे.

    किसानों की वेदना और अडचनों को जानने के लिए साथ ही खरीफ मौसम की शुरूआत से प्रत्यक्ष खेत में जाकर कृषि विभाग मार्फत उचित मार्गदर्शन करने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया. पालकमंत्री ने कहा कि बीज डालने से लेकर उत्पन्न हाथ में आने तक फसल की पूरी देखरेख करना अत्यंत महत्वपूर्ण है. इस वर्ष अच्छी बारिश का अनुमान है. उत्पन्न अधिक लेने के लालच में रासायनिक खादका उपयोग बढा है. इसके चलते कृषि भूमि का उपजाऊपन खराब हुआ है. सेन्द्रीय खेती ओर जैविक खाद का उपयोग समय की आवश्यकता है.

    नई तकनीकी की सहायता से कृषि करने के लिए निरंतर दो वर्ष में 28 करोड रुपयों की यंत्र सामग्री खरीदी की गई है. भविष्य में मजदूरों की कमी होगी इसलिए किसानों को भी नयी तकनीकी को अपनाने की आवश्यकता है. खेत में निंबोली अर्क डाला तो 70 प्रतिशत खर्च बच सकता है. किसानों की बचत होती है. बचत का मार्ग प्रत्याक्षिक के माध्यम से सभी को बताया गया. है. इसके चलते निंबोली अर्क, उत्तम बीज, उगाई क्षमता अच्छा नियोजन करे, गोसीखुर्द के कारण जिले में धान उत्पादक किसानों का अच्छा फायदा होगा.

    इस समय किसान के खेत पर पालकमंत्री की उपस्थिति में बीज प्रक्रिया, नमक की द्रावण प्रक्रिया, द्रवरूप जीवाणू संघ प्रक्रिया, धान बीजों की उगाई क्षमता की जांच के बारे में कृषि सेवक पी.बी. बंगाले ने जबकि 5 प्रश निंबोली अर्क तैयार करने के बारे में सरोदे ने प्रात्याक्षिक करके दिखाया.

    पालकमंत्री के हाथों 50 प्रश अनुदान पर नरेंद्र ढोंगे, जनार्धन मिसार, मोरेश्वर पुस्सलवार, नामदेव दिघोरे इन किसानों को धान बीज वितरण, विष्णूदास तलमले, लोकपाल तलमले और हिरालाल तलमले को ब्रिकेट का वितरण किया गया. पालकमंत्री के हाथों खेत पर जैविक खाद का उपयोग करने के लिए गलैरीसीडया का रोपण, बुआई यंत्र की सहायता से धान की बुआई की गई. इस समय प्रमोद चिमूरकर, खेमराज तिडके, जितेंद्र राऊत, प्रभाकर शेलोकर, नितीन वरहाडे सहित गांव के किसान उपस्थित थे.