Redbug Worm, Cotton

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चंद्रपुर: कपास फसल पर गुलाबी बोंड ईल्ली आने से कपास उत्पादक किसानों का काफी भारी नुकसान हुआ है. किसानों को प्रति हेक्टेयर 25 हजार रुपयों की मदद की जाए ऐसी मांग महाराष्ट्र प्रांत शेतकरी संगठन ने राज्य के मुख्यमंत्री एवं कृषिमंत्री से की है.

राज्य में कपास उत्पादक 20 जिलों में इस वर्ष वापसी की बारिश से किसानों के कपास फसल का काफी बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है. इसके उपरांत गुलाबी बोंड ईल्ली के कारण फिर से कपास फसल प्रभावित हुई है. कुछ जिलों में वापसी की जोरदार बारिश होकर भी अतिवृष्टि के नियमों में नहीं आने से किसान मदद से वंचित रह गए है. इसके उपरांत किसानों की हाथों में आने से पूर्व ही कपास की फसल गुलाबी बोंड ईल्ली का निवाला बन गई.

पहले ही किसानों ने कर्ज लेकर फसल ली थी अब फसल लेने में जो लागत आयी है वह तक नहीं निकल पा रही है ऐसी परिस्थिति है. इस वर्ष बोंड ईल्ली का संक्रमण होने से इसके लिए महंगे कीटनाशक का इस्तेमाल कर कपास फसल को बचाने का प्रशस किया गया इसके बावजूद कपास की फसल काफी कम हुई. इसके चलते किसान काफी चिंतित है. ऐसे परिस्थिति किसानों को तत्काल आर्थिक मदद देने की आवश्यकता है.

बोंड ईल्ली आपदाग्रस्त किसानों को प्रति हेक्टेयर 25 हजार हेक्टर के हिसाब से दो हेक्टर के लिए तत्काल मदद करें ऐसी मांग मुख्यमंत्री, कृषिमंत्री से शेतकरी संगठन के वरिष्ठ नेता पूर्व विधायक एड. वामनराव चटप, प्रांताध्यक्ष अनिल घनवट, पूर्व विधायक सरोज काशीकर, शैला देशपांडे, राम नेवले, सतीश दानी, गुणवंत हंगरगेकर, ललित बहाले, मदन कामडे, मधुकर हरणे, विजय निवल, प्रभारक दिवे, अरूण नवले, एड. शरद कारेकर, रामभाऊ पारखी, जगदीश नाना बोंडे, गीता खांदेभराड, पोर्णिमा निरंजने, राजेंद्र ठाकूर, नीलकंठ कोरांगे, कवडू येनप्रेडीवार, सुधीर सातपुते, नीलकंठ गौरकार, तुकेश वानोडे, डा. संजय लोहे, कवडू बोंडे, दिनकर डोहे ने किया है.