चंद्रपुर: जिले में कोरोना संक्रमण दिनोंदिन बढता जारहा है. अगले कुछ दिनों तक ब्रेक द चेन मुहिम के तहत जनता कर्फ्यू रखा गया है. जनता साथ दे. मरीजों की बढती संख्या को देखते हुए जिले में आईसीयू बेड, ऑक्सीजन बेड की उपलब्धता बढायी जाए, इसके लिए उपाययोजना करें आवश्यकता होने पर शार्ट टेंडर कर सामाग्री खरीदी करें ऐसे निर्देश पालकमंत्री विजय वडेट्टीवार ने दिए.
कोरोना के बढते संक्रमण को रोकने के लिए की जानेवाले प्रतिबंधात्मक उपाययोजना के तहत पालकमंत्री विजय वडेट्टीवार के अध्यक्षता में जिले के स्वास्थ्य यंत्रणा के सभी विभाग प्रमुखों की समीक्षा बैठक जिलाधिकारी कार्यालय के बीस सूत्री सभागार में ली गई.
इस अवसर पर सांसद सुरेश उर्फ बालू धानोरकर, विधा. प्रतिभा धानोरकर, विधायक किशोर जोरगेवार, जिलाधिकारी अजय गुल्हाने, मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल कर्डिले, जिला पुलिस अधीक्षक अरविंद सालवे, मनपा आयुक्त राजेश मोहिते, अप्पर जिलाधिकारी विद्युत वडखेडकर, उपविभागीय अधिकारी रोहन घुगे,शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय के अधिष्ठाता डा. अरूण हुमने, जिला शल्य चिकित्सक डा. निवृत्ति राठोड, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. रामकुमार गहलोत, जिला टीकाकरण अधिकारी संदीप गेडाम, मनपा वैद्यकीय अधिकारी डा. अविष्कार खंडाले सहित स्वास्थ्य विभाग के वैद्यकीय अधिकारी प्रमुखता से उपस्थित थे.
जिले में ब्रम्हपुरी, चिमूर, वरोरा, राजुरा एवं मूल इन तहसील स्थानों पर जंबो सिलेंडर क्षमता का ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट स्थापित किया जा रहा है. इसके साथ ही जिले में 240बेड का सिविल हास्पिटल शुरू है. 350बेड बढाने की व्यवस्था की गई है. आज जिले में 120 बेड कार्यान्वित की जा रही है. इसके साथ ही ब्रम्हपुरी में 100 बेड का ऑक्सीजन हास्पिटल स्थापित करने के लिए विधायक निधि से एक करोड़ रूपये की निधि उपलब्ध करके दिया है सिंदेवाही में ही 50 बेड का ऑक्सीजन हास्पिटल स्थापित करने के लिए निधि उपलब्ध करके दी जारही ऐसी जानकारी पालकमंत्री वडेट्टीवार ने दी.
जिले में बाधित मरीजों की संख्या पर नियंत्रण मिलने के लिए 500 बेड बढाने पर जोर दिया जा रहा है. निजी अस्पतालों को रेमडीसिविर की आपूर्ति करते समय जिलाधिकारी या निवासी उपजिलाधिकारी के अनुमति से आपूर्ति हो मरीजों एवं हास्पिटल के नाम सहित रेमडीसिविर इंजेक्शन उपलब्ध करके दी जाएगी. इसका पंजीयन प्रत्येक अस्पताल जिलाधिकारी कार्यालय में करे. ऐसा निर्देश में उन्होने दिया. ऑक्सीजन अभाव में मरीजों की मौत हो रही है. ऑक्सीजन की कमी पूरी करने के लिए महिला अस्पताल में 20 के एल का ऑक्सीजन टैंक शुरू किया गया है. जबकि 13 के एल का ऑक्सीजन टैंक सिविल हास्पिटल में लगाया गया है.