Silence at Washim bus stand due to lack of ST bus ferries

  • कोरोना महामारी संक्रमण में कामगारों में फैली नाराजगी

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दुर्गापुर. एस.टी कामगारों को मिलनेवाले वार्षीक 40 छुट्टीयों में से 20 दिन की छुट्टी आर्थिक मंदी में कामगारों को दिए जाने का समझौता प्रशासन व संगठन की मध्यस्थता से हुआ है. इसके अनुसार एसटी कर्मीयों को अब 20 दिन की सक्ति की छुट्टींया लेने के आदेश जिले के बस डिपो को प्राप्त हुआ है. पहले ही कोरोना संकट से एसटी बंद थी. कोरोना के महामारी में कर्मीयों को 50 प्रश वेतन दिया जा रहा था. ऐसे कठीण परिस्थिति में सक्ति की छुट्टी लेने के आदेश आने से कर्मचारी संगठन तथा कर्मीयों में नाराजगी है. 

केंद्र व राज्य सरकार की आदेश से 23 मार्च 2020 से एसटी बससेवा बंद की है. बससेवा बंद करने से एसटी कर्मीयों को डयुटी पर जाने से वंचित रहना पडा. कोरोना महामारी में कर्मीयों को 50 प्रश वेतन देकर 100 प्रश कटौती करना तथा तथा आर्थिक मंदी के नाम पर 20 दिन की सक्ति की छुट्टीयां दी जा रही है. छुट्टी दिए जाने की सुचना विभाग नियंत्रक को प्राप्त होने से विभागीय कार्यशाला चंद्रपुर, वरोरा, चिमुर व राजुरा डिपो में छुट्टी के आदेश की प्रत लगायी है जिससे कर्मीयों में नाराजगी है. महाराष्ट्र राज्य परिवहन निगम के चालक, वाहक, सहाय्यक, ईशाराकार आदि श्रेणी के सभी कार्यशाला कर्मचारी तथा सहाय्यक यातायात निरीक्षकों के श्रेणी में आनेवाले सभी यातायात कर्मचारी के सरासरी वेतन व छुट्टी संदर्भ में कामगार समझौता 1996 _2000 के अनुसार रा.प. महामंडल व मान्यताप्राप्त संगठन में समझौता हुआ है. सबंधित समझौता के ब अनुसार प्रत्येक कैलेंडर वर्ष में 40 दिन में वेतन छुट्टी दि जायेगी. जिसमें से निम्मी छुट्टीयां कामगारों को हरवर्ष मंदी के मौसम में लेना आवश्यक होता है. स्थानिय प्रशासन ने सुचना फलक पर नोटिस लगाकर इस तरह की सुचना कर्मीयों को दी है. कोरोना से आर्थिक मंदी के समय में इस निर्णय से कामगारेां पर अन्याय होने का आरोप कामगार संगठन ने किया है. 

एस.टी. महामंडल में मंदी के समय में 20 दिन की सक्ति की छुट्टी देने का समझौता यह कामगार विरोधी है. कामगारों का आर्थिक नुकसान करनेवाला है ऐसा आरोप महाराष्ट्र स्टेट ट्रान्सपोर्ट कामगार संघठन मुंबई चंद्रपुर विभाग ने किया है. इस संदर्भ में निवेदन सहाय्यक कामगार आयुक्त, प्रशासकीय भवन कार्यालय चंद्रपुर को सौपा है.