Mahagenco

    Loading

    राजुरा. राज्य सरकार के महाजेनको के लिए कोयला खरीदी के करार का ठोस निर्णय नहीं लिया. सरकार की दोहरी भूमिका की वजह से कोयला उत्पादन में परेशानी हो रही है. धोपटाला ओपन कास्ट परियोजना शुरू करने में बाधा निर्माण होने से प्रकल्प पीड़ितों को मुआवजा और नौकरी नहीं मिल सकती है.

    धोपटाला प्रकल्प का काम शुरू होने के बाद चिंचोली प्रकल्प को प्राथमिकता का आश्वासन वेकोलि के अधिकारी दे रहे हैं. किंतु ज्ञात हुआ कि यह अधिग्रहण रद्द करने की प्रक्रिया तेज हो गई है. यदि अधिग्रहण रद्द किया जाता है, तो इसके प्रतिकूल परिणाम भुगतने पड़ेंगे. यह चेतावनी पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री हंसराज अहीर ने दिया. उन्होंने इस संबंध में वेकोलि बल्लारपुर के क्षेत्रीय मुख्य महाप्रबंधक के साथ बैठक की.

    कई मुद्दों पर हुई चर्चा

    धोपटाला, चिंचोली रिकास्ट और पौनी-3 परियोजना की प्रलंबित मांगों के संबंध में वेकोलि बल्लारपुर क्षेत्र के धोपटाला कार्यालय में पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री अहीर की प्रमुख उपस्थिति में बैठक आयोजित की गई. बैठक में परियोजनाओं के विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई. इस अवसर पर प्रकल्प पीड़ितों को जमीन के लिए दिए जाने वाले मुआवजा में विलंब होने का कारण पूछा गया.

    मुआवजा और नौकरी के संबंध में जल्द निर्णय लेने के आदेश क्षेत्रीय महाप्रबंधक को दिए गए. प्रकल्प पीड़ितों को नौकरी के पूर्व एक महीने का प्रशिक्षण नागपुर में दिए जाने के निर्णय का विरोध कर, जिस प्रकल्प में नौकरी दी जा रही वहीं प्रशिक्षण देने के आदेश बैठक के दौरान दिए गए. प्रकलप पीड़ितों को नौकरी और मुआवजा के संबंध में टालमटोल किया जा रहा है. इसे तुरंत रोकने की मांग की गई. 

    तुरंत नौकरी व मुआवजा दें

    धोपटाला ओपन कास्ट तथा चिंचोली रिकास्ट प्रकल्प की प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है. प्रकल्प पीड़ितों को तुरंत नौकरी और मुआवजा देने के आदेश दिए गए. वेकोलि अधिकारियों से प्राप्त जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र सरकार के महाजेनको के लिए लिए कोयला खरीदी का करार किया है. इस बारे में आज तक ठोस निर्णय नहीं लिए जाने से परियोजना का काम आज तक शुरू नहीं हो सका है.

    इसे तुरंत दूर कर संबंधितों को न्याय देने की बात कही. बैठक में पूर्व विधायकद्वय अधि. संजय धोटे, सुदर्शन निमकर, खुशाल बोंडे, मधुकर नरड, राजू घरोटे, प्रशांत घरोटे, कोलगांव के सरपंच पुरुषोत्तम लांडे, सास्ती सरपंच रमेश पेटकर, रामपुर की सरपंच वंदना गौरकार, सचिन शेंडे आदि उपस्थित थे.