चंद्रपुर. कोरेाना में लोगों ने स्वयं की सुरक्षितता के लिए मास्क लगाना शुरू कर दिया. परंतु लोगों की छोटी से लापरवाही के चलते यह मास्क मवेशीयों के लिए घातक साबित हो रहे है. कई लोगों द्वारा इस्तेमाल किए गए मास्क सडकों पर फेके जाने से कई बार यह मवेशी के पेट में कचरे के साथ जा रहे है जिससे उन्हे खतरा होने की संभावना जतायी जा रही है.
गांव के बजाय शहरी क्षेत्र में मास्क का उपयोग अधिक होने लगा है. परंतु कई बार लोग 3_4 बार मास्क युज करने पर उसे सही तरह से नष्ट किए जाने तथा सर्दी बुखार खांसी होने पर सावधानी बरतने का आश्वासन प्रशासन की ओर से दिया जा रहा है. परंतु इस ओर अनदेखी करते हुए लोग जहां_वहां फेका हुआ दिखाई दे रहा है. यह मास्क अब नागरीकों के साथ_साथ मवेशीयों के लिए भी घातक साबित हो रहा है. इस लिए समय पर ही सावधानी बरतना आवश्यक है.
प्यार फाऊंडेशन के अध्यक्ष देवेंद्र रापेल्ली के मुताबिक कोरोना संक्रमण बढने से मास्क लगानेवालों की संख्या बढ गयी है. परंतु कुछ लोग लापरवाही बरतते हुए मास्क सडकों पर खुले में या फिर कचरे में फेक रहे है. कचरा खाने आए मवेशीयों के पेट में मास्क जाकर फस जाता है. जिससे उन्हे खतरा होता है. इस हेतु मास्क को सही तरीके से नष्ट करने की अपील की है.