मनसे का वेकोली के जीएनआर कंपनी पर हल्ला बोल आंदोलन स्थानिकों को रोजगार देने मनसे शहर अध्यक्ष रोडे ने निकाला मोर्चा

  • कंपनी प्रबंधन को 2 दिन का अल्टिमेटम

Loading

चंद्रपुर. कोरोना महामारी तथा लाकडाऊन के चलते कई नागरिकों के नोकरी पर आंच आयी है. ऐसे में वेकोली भटाली के जीएनआर कंपनी ने स्थानियों को दरकिनार करन परप्रातीयों को डुयटी पर रखने के विरोध में मनसे के शहर अध्यक्ष मनदिप रोडे के नेतृत्व में जीएनआर कंपनी के विरोध में मंगलवार को हल्ला बोल आंदोलन कर कुछ घंटो तक कामकाज बंद किया. कंपनी प्रबंधन को 2 दिन का अल्टिमेटम देकर स्थानिय नागरिकों को काम पर लेने की मांग की गयी. 

भटाली के वेकोली जीएनआर कंपनी में स्थानिय नागरिकों के बजाय परप्रांतीय मजदुरों को लाकर कार्य पुर्ण किया जा रहा है. जिससे स्थानिय रोजगारों के रोजगार पर आंच आ रही है. पहले ही कोरोना संकट से कई रोजगार बंद हुए है तो कुछ रोजगार बंद होने के कगार पर है. स्थानिय लोगों को रोजगार नही होने से परिवार के नर्विाह की समस्या नर्मिाण हुई है. जीएनआर कंपनी प्रबंधन के इस बर्ताव के विरोध में संतप्त प्रतक्रियिा व्यक्त करते हुए मनसे शहर अध्यक्ष मनदिप रोडे के नेतृत्व में मनसे कार्यकर्ता, कामगार, गांववासीयों के सहायता से मंगलवार को वेकोली भटाली के जीएनआर कंपनी के कार्यालय पर हल्ला बोल आंदोलन किया गया. मनसे के आंदोलन से वेकोली अधिकारी व जीएनआर कंपनी के अधिकारीयों में खलबली मच गयी. वेकोली अधिकारीयेां ने तत्काल जीएनआर कंपनी के अधिकारीयों के साथ मनसे पदाधिकारीयों की बैठक लगायी. दौरान रोडे ने परप्रांतीय नागरिकों के स्थान पर स्थानिय कामगारों को काम पर लेने की मांग की अन्यथा तव्रि आंदोलन छेडने का इशारा मनसे की ओर से दिया गया. 

हल्ला बोल आंदोलन में मनसे पदाधिकारी सुमित करपे, संगीता धात्रक, स्वाभी राऊत, मिथुन महाकुलकर, राम सारवा, संदिप अरडे, कृष्णा दरवे, वसिम शेख, प्रशांत खामत, सुशिल ढेडी, रोहन आगडे, किशोर डोये, अमोल साव, मुकेश बावने, आषिश शेंडे, प्रेमचंद रामटेके, नरेंद्र रॉय, राकेश भगत, ब्रिज नंदन समेत मनसे सैनिक उपस्थित थे.