चंद्रपुर. स्थानीय चंद्रपुर थर्मल पावर स्टेशन की चिमनी पर चढे 7 प्रकल्प पीडितों का आंदोलन आज चौथे दिन भी जारी है। आज चौथे दिन 1000 से 1200 की ऊंचाई पर चढे होने की वजह से 2 महिला समेत कुल 3 लोगों की हालत गंभीर हो गई है. प्रकल्प पीडितों ने कहा कि सीटीपीएस ने उनकी जमीन अधिग्रहित की है। अधिग्रहण के समय पर उन्हे आश्वासन दिया गया था कि परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाएगी। किंतु दो तीन दशक बाद भी स्थायी नौकरी नहीं दी गई। जबकि नौकरी उनका न्यायिक अधिकार है।
शुक्रवार को उनके सहयोगी सुबह 11 से शाम 6 बजे तक नागपुर ऊर्जाभवन में ऊर्जामंत्री नितीन राउत और जिले के जनप्रतिनिधियों के साथ चर्चा का इंतजार करते रहे। किंतु वहां से कहा गया पहले आंदोलनकारी नीचे उतरे उसके बाद आगे की बात की जाएगी। आज दशकों बाद भी उन्हे न्याय नहीं मिला तो अब उनकी बातों का भरोसा कैसे किया जा सकता है? 45 वर्ष आयु होने के बाद उन्हे नौकरी के लिए अपात्र घोषित कर दिया जाता है। दो दिनों से उन्हे भोजन पानी नहीं मिला है चिमनी के पास नीचे मौजूद उनके सहयोगी उनके भोजन पानी की व्यवस्था करते थे। किंतु उन्हे रोक दिया गया है। चिमनी के आस पास केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल की भारी टीम मौजूद है। इसलिए आंदोलनाकरियों नियुक्ति पत्र की मांग पर अडे है.