Fierce fire in Thane shop
File Photo

  • नवेगांव (लोनखैरी) में 20 दिनों से हो रहे हादसे
  • 300 मकानों की बस्ती
  • 900 लोगों की जनसंख्या
  • 10 बजे सुबह से 10 बजे रात तक लग रही आग

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सिंदेवाही. तहसील मुख्यालय से 11 किमी दूर स्थित नवेगांव (लोनखैरी) में करीब 300 मकान हैं. 900 जनसंख्या वाली इस बस्ती में 2 जनवरी से गांव के कुछ घरों एवं तनस के ढेर को अपने आप आग लगने की जानकारी ग्रामीणों ने दी है. अब तक करीब 20 घरों में छुटपुट आग लगने की बात कही जा रही है. आग लगने की घटना वार्ड क्रमांक 1 के कुछ ही घरों में हो रही है. इसमें अब तक किसी मकान को बड़े पैमाने पर क्षति नहीं पहुंची है, लेकिन 4-5 लोगों के तनस के ढेर जलने से उनका काफी नुकसान हुआ है.

पुलिस का कड़ा बंदोबस्त

पुलिस पाटिल दिलीप कोठेवार के मुताबिक उन्होंने घटना की जानकारी मौखिक रूप से सिंदेवाही पुलिस स्टेशन को दी थी. किंतु लोगों द्वारा लिखित रूप में घटना की शिकायत दर्ज नहीं की गई थी. तनस के ढेर जलने से हुए नुकसान की वजह से लोगों ने पुलिस स्टेशन में लिखित निवेदन दिया है. आग लगने का सिलसिला सुबह 10 बजे से रात के 10 बजे के बीच ही होता है. रात 10 बजे के बाद आग लगने की कोई घटना अब तक नहीं हुई है. सिंदेवाही पुलिस स्टेशन की टीम ने वहां कड़े बंदोबस्त का इंतजाम किया है. रात में भी पुलिस द्वारा लोगों की सहायता से गस्त जारी है. अब तक इस संबंध में कोई सुराग नहीं लग पाया है. जल्द से जल्द इस घटनाक्रम पर काबू पाने का आश्वासन पुलिस निरीक्षक योगेश घारे ने लोगों को दिया है.

अंधश्रद्धा पर न करें विश्वास, किसी सिरफिरे का हाथ

पुलिस ने ग्रामीणों को भयभीत नहीं होने की अपील की है. इस बीच, अंधश्रद्धा उन्मूलन के पदाधिकारियों ने गांव को भेंट देकर घटनाक्रम का जायजा लिया. लोगों से किसी प्रकार की अंधश्रद्धा पर विश्वास नहीं करने की अपील की. अंधश्रद्धा उन्मूलन समिति के विदर्भ संगठक प्राचार्य हरिभाऊ पाथोड़े के अनुसार यह घटना पूरी तरह मानव निर्मित है. कोई सिरफिरा व्यक्ति इस घटना को अंजाम दे रहा है. केमिकल्स की सहायता से आग लगाई जा सकती है. ऐसा प्रात्याक्षिक भी वहां समिति ने दिखाया. इस प्रकार की घटनाएं इसके पूर्व चारगांव (बडगे), सरडपार तथा वासेरा में भी घट चुकी हैं.

अंत में हर घटना में आग लगाने वाला वहीं का कोई व्यक्ति पकड़ा गया था. कुछ महीनों पहले सिंदेवाही के आजाद चौक परिसर में घरों पर पत्थर बरसाने की वारदात चल रही थी. बाद में पता चला की उसी मोहल्ले का एक व्यक्ति इस घटना को अंजाम दे रहा था. नवेगांव (लोनखैरी) की घटना भी इसी प्रकार पर आधारित होने की पूरी संभावना है. पुलिस प्रशासन की ओर से इस गुत्थी को जल्द से जल्द सुलझाने का प्रयास जारी है.